June 8, 2022

भारतीय जनगणना (2011) में राजस्थान का स्थान || Census of Rajasthan - 2011

            राजस्थान से सम्बंधित इस भाग में जनगणना का वर्णन किया जा रहा है, जो पूर्ण रूप से सरकारी आंकड़ो पर आधारित है | ये सभी आंकड़े अगस्त 2022 तक के वर्तमान आंकड़े हैं | इस ब्लॉग में आपके लिए परीक्षा के लिए जो जरूरी आंकड़े रहेंगे वो ही अंकित किये जा रहे हैं इसलिए सिर्फ यहीं आंकड़े अक्सर परीक्षा में आते हैं जो घुमा फिराकर पूछ लिए जाते हैं |

आइये जाने :
  • कौन सा जिला है सबसे आगे साक्षरता में ?
  • कौन से जिले का लिंगानुपात है सबसे कम ?
  • कौन से शहर में हैं सबसे ज्यादा महिलाएं हैं ?

            आंकड़ों को पढने से पहले उन पहलुओं की और नजर डालें जो इन आंकड़ों का आधार है :

जनसंख्या (Population): किसी राज्य अथवा देश में एक निश्चित समय पर उपस्थित जनसमूह को अर्थात उनकी कूल संख्या को जनसंख्या कहा जाता है | इससे सम्बंधित सिधांत माल्थस का है | इनके अनुसार जनसंख्या गुणात्मक रूप से बढती है जबकि संसाधन गणितीय रूप में |

जनगणना (Census): यह देश अथवा राज्य में उपस्थित जनसमूह से जुडी विशेषताओं जिनमे कुल जनसंख्या, लिंगानुपात, घनत्व इत्यादि का अध्यन करती है |वर्तमान समय में मानव की साक्षरता दर, शहरी नगरीय अनुपात, धार्मिक जनसँख्या, जातिगत जनसँख्या एवं आर्थिक पहलू मत्वपूर्ण हो गए हैं |

        भारत में जनगणना का इतिहास

  • सर्वप्रथम ऋग्वेद से जोड़कर देखा जाता है |
  • चाणक्य के अर्थशास्त्र व अबुल फजल की आईने अकबरी में भी जनगणना का उल्लेख है |
  • मेयो ने शुरूआत की =1872 में [सर्वप्रथम जनगणना]
  • सुव्यवस्थित जनगणना की = 1881 में [लार्ड रिप्पन ने]
  • वर्तमान 2011 तक 15 वी व सुव्यवस्थित 14 वी और आजादी बाद की 7 वी  की जा चुकी है |
  • विषय : यह केंद्र सूची का विषय है (केवल केंद्र सरकार को अधिकार)
  • अनुच्छेद 246 व 7वी अनुसूची (69) में उल्लेखित है |
  • केंद्र सरकार द्वारा : जनगणना कानून 1948 में व जनगणना नियम 1990 में बना |

जनांककीय (Demography): इसमें जनसंख्या से जुड़े विभिन्न पहलुओं का अध्यन वर्तमान एवं भविष्य की योजनाओंएवं रूप रेखाओं को देखकर किया जाता है | यह सिद्धांत थोमसन एवं नोटेस्टीन महोदय ने दिया | इनके अनुसार भारतीय एवं राजस्थान की जनसंख्या तीसरे चरण में हैं |

राजस्थान की जनगणना से सम्बंधित मुख्य बिंदु :

  • कुल जनसँख्या : 6.86 करोड़(6,85,48,437)
  • नगरीय जनसँख्या : 1.70 करोड़ (1,70,48,085) [कुल जनसँख्या का 24.9%]
    महिला = 89,09,250 (25.1%)
    पुरुष = 81,38,835 (24.7%)
  • ग्रामीण जनसँख्या : 5.15 करोड़ (5,15,00,352) [कुल जनसँख्या का 75.1%]
    महिला = 2,66,41,747 (74.9%)
    पुरुष = 2,48,58,605 (75.3%)
  • कुल पुरुष : 3.56 करोड़
  • कुल महिला : 3.30 करोड़


                    राजस्थान की कुल आबादी भारत की कुल आबादी की 5.66% है जो राज्यों के की दृष्टि में 2011 के अनुसार 8वें पायदान पर है
परन्तु वर्तमान समय में 7वें स्थान पर है |

आएये जाने राजस्थान की जनसँख्या धर्मानुसार कैसी है :

  1. हिन्दू = 88.49%
  2. मुस्लिम = 9.07%
  3. सिख = 1.27%
  4. जैन = 0.91%
  5. इसाई = 0.14%
  6. बौद्ध = 0.02%
  7. नास्तिक = 0.01%
  8. अन्य (पारसी, यहूदी आदि) = 0.10%

 

जिलेवार विवरण


1. जनसंख्या : (करोड़ में)


            वह जिला जो कुल जनसंख्या का सर्वाधिक % शहरी क्षेत्र में निवास करता है : कोटा (60.3%)

  • 0-6 आयु वर्ग की जनसँख्या = 1,06,49,504 (15.4%)
  • शहरी जनसँख्या : 22,34,621
    पुरुष = 11,92,577
    महिला = 10,42,044
  • ग्रामीण जनसँख्या : 84,14,883
    पुरुष = 44,46,599
    महिला = 39,68,284
  • 0-6 आयु वर्ग की सर्वाधिक जनसँख्या वाला जिला = जयपुर (9,29,926)
  • 0-6 आयु वर्ग की न्यूनतम जनसँख्या वाला जिला = जैसलमेर (1,30,463)


2. जनसँख्या वृद्धि दर : (प्रतिशत में) : 2001-2011 वर्ष हेतु


            वर्तमान में जनसँख्या वृद्धि (निरपेक्ष) दर 21.3% है | यदि दशकीय आधार पर देखें तो निम्न बिंदु इसको परिभाषित करते हैं :

  • 1921 - नकारात्मक वृद्धि दर दिखाई दी | ऐसा महामारी सूखा एवं अकाल के कारण था इसे महान जनान्ककीय विभाजक भी कहा जाता है |
  • 1951 - इसमें कमी आने का कारण विभाजन था | इसे द्वितीय जनांककीय विभाजन कहा जाता है | इस समय वृद्धि दर 15.2% थी |
  • 1970 - यह दशक जनसंख्या विष्फोट का दशक कहलाता है |
  • 1981 - यहाँ सर्वाधिक जनसंख्या वृद्धि दर देखने को मिली 32.4%
  • 1991 - इसकी कमी आना शुरू हुई जो 2011 तक 7% की हो गयी |


            पुरुष संख्या में वृद्धि = 20.8%
            महिला संख्या में वृद्धि = 21.8%
            ग्रामीण में = 19%
            शहरी में = 29%

3. क्षेत्रफल : (वर्ग किलोमीटर में)

        राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 3,42,239 है जो भारत का 10.41% है | अगर वर्गमील में देखें तो क्षेत्रफल 1,32,139 बन जाता है | इसके तुलनात्मक राज्यों में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश एवं गुजरात है किन्तु इसके अलावा सभी से लगभग दुगुने से अधिक दिखता है |



 

4. जनसँख्या घनत्व:     

जन घनत्व प्रतिवर्ग किलोमीटर में रहने वाले व्यक्तियों की संख्या को प्रकट करता है |

2011 की जनगणनानुसार देखें तो 200 व्यक्ति /वर्ग किमी दिखाई देते हैं | और यही राजस्थान में तीन ऐसे जिले जिनका जन. घनत्व 100 से भी कम है = जैसलमेर (17), बीकानेर(78) और बाड़मेर(92) और 18 ऐसे जिले हैं जिनका घनत्व राज्य के घनत्व से अधिक है |


 

5. लिंगानुपात:

         यह समाज में उपस्थित जनसंख्या का लैंगिक अनुपात है स्त्री एवं पुरुष की संख्या को अनुपात में दर्शाता है। 

         यह अनुपात प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों को दर्शाता है जिसके द्वारा समाज के वैचारिक स्थिति अर्थव्यवस्था के स्वरूप रोजगार के प्रवृत्ति बाजार में उपभोक्ताओं की मांग एवं आपूर्ति इत्यादि को प्रकट करता है। 

        1905 में 905 था वहीं 1951 में 911 हो गया। वर्तमान में यह 928 है।

        राजस्थान में सबसे न्यूनतम लिंगानुपात 1921 में 876 दिखाई दिया था।

                सामान्य लिंगानुपात: 928
                शहरी लिंगानुपात = 914 
                ग्रामीण लिंगानुपात = 933

                0-6 आयु वर्ग का लिंगानुपात: 888

                0-6 आयु वर्ग की जनसँख्या = 1,06,49,504 (15.4%)
                शहरी लिंगानुपात : 874
                ग्रामीण लिंगानुपात : 892


6. साक्षरता दर:

यह एक सामाजिक पक्ष है जिसके आधार पर आर्थिक एवं सामाजिक विकास को मापा जा सकता है |

2011 के अनुसार राजस्थान में साक्षरता दर 66.10% है जो 1911 की तुलना में 22 गुना अधिक है और 1951 की तुलना में 8 गुना अधिक है |

सामान्य साक्षरता दर की तुलना में पुरुष साक्षरता दर 79.2% जबकि महिला साक्षरता दर 52.1% दिखाई देती है |

          सामान्य साक्षरता दर  = 66.10%


                          शहरी = 79.7%          ग्रामीण = 61.4%


                  पुरुष साक्षरता दर = 79.2%


                शहरी = 87.9%                ग्रामीण = 76.2%


                  महिला साक्षरता दर = 52.1%

                 शहरी = 70.7%          ग्रामीण = 45.8%

7. राजस्थान में अनुसूचित जाति व जनजाति

          
            अनुसूचित जाति (SC) = 1,22,21,593 (17.8%)



 

            अनुसूचित जनजाति (ST) = 92,38,534 (13.8%)



 

8. राजस्थान में शहर व ग्रामीण में जिलों में जनसँख्या की विविधता :



 

   






              उपर्युक्त सभी आंकड़े केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़े है | इनमें यदि कोई त्रुटी नजर आये तो कमेंट जरूर करें ताकि उसमें सुधार किया जा सके | यदि यह आपको लाभप्रद लगे तो भी कमेंट जरूर करें ताकि हमारा मनोबल बढ़ सके |



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