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चंद्रयान-3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का तीसरा चंद्र अन्वेषण मिशन है। इसमें चंद्रयान-2 के समान एक लैंडर और प्रज्ञान रोवर शामिल है, लेकिन इसमें ऑर्बिटर नहीं है। इसकी कुल लागत 615 करोड़ है| 14 July 2023 की लौन्चिंगके बाद चंद्रयान-3 के लैंडर-रोवर 45 से 50 दिन के अन्दर जब सॉफ्ट लैंडिंग करेंगे तब तक 10 चरण वाल मिशन को पूरा किया जाएगा|
चंद्रयान-3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का तीसरा चंद्र अन्वेषण मिशन है। इसमें चंद्रयान-2 के समान एक लैंडर और प्रज्ञान रोवर शामिल है, लेकिन इसमें ऑर्बिटर नहीं है। इसकी कुल लागत 615 करोड़ है| 14 July 2023 की लौन्चिंगके बाद चंद्रयान-3 के लैंडर-रोवर 45 से 50 दिन के अन्दर जब सॉफ्ट लैंडिंग करेंगे तब तक 10 चरण वाल मिशन को पूरा किया जाएगा|
ISRO (Indian Space Research Organisation):
- Established: 15 August 1969
- Headquarters: Banglore, Karnataka
- SDSC: Satish Dhawan Satelite Centre (सतीश धवन अन्तरिक्ष केंद्र) - श्रीहरिकोटा
- Preceding agency: INCOSPAR
Note: ISRO was previously the Indian National Committee for Space Research (INCOSPAR), set up by the Government of India in 1962, as envisioned by Dr. VikramA Sarabhai. ISRO was formed on August 15, 1969, and superseded INCOSPAR with an expanded role to harness space technology. - Chairman (अध्यक्ष): डॉ. एस. सोमनाथ
चंद्रमा मिशन तथ्य:
सीरीज: चन्द्रयान-1 चन्द्रयान-2 चन्द्रयान-3Launch Date: 28-08-2008 22-07-2019 14-07-2023Rocket: PSLV-XL C-11 GSLV-MK-III LVM-3M-4
आरंभिक महत्वपूर्ण बिंदु:
- Launch Date: 14 July 2023 02:35 PM
- Launch Place: Satish Dhawan Satelite Centre (सतीश धवन अन्तरिक्ष केंद्र)
- एजेंसी/ Agency: ISRO
- Payload: 3900 KG
- Rocket: LVM-III M4
- Landing date: 23 August 2023 05:47 PM
चन्द्रयान-3 के उद्येश्य:
- मिटटी / पत्थर/ खनिजों का अध्ययन
- लैंडर की चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग कराना।
- चंद्रमा पर रोवर की विचरण क्षमताओं का अवलोकन और प्रदर्शन।
- यथास्थान वैज्ञानिक प्रयोगों का संचालन करना
Chandrayaan-3 : लैंडर(Lander) में 4 थ्राटल इंजन, लेज़र डोप्लर बेसेलिमिट तकनिकी व सॉफ्ट लैंडिंग जैसी विशेषताएं हैं|
Chandrayaan-3 Module के 3 हिस्से: [Total Weight=3900KG] -
Propulsion - इसकी वजह से Spaceship चाँद की Orbit में जाएगा और उस समय इसका वजन 2148KG रहेगा| यह तब तक अंतरिक्ष में धकेलता रहेगा जब तक कि अंतरिक्ष यान 100 किमी ऊंचाई वाली चंद्र कक्षा में न पहुँच जाए।Lander Module (Vikram) - यह चाँद तक Rover को ले जाएगा और उस समय इसका वजन 1752KG रहेगा|Rover (रोवर) [Pragyan] - Lander से Rover "प्रज्ञान" जो 6 पहियों वाला रोबोट है जिसका वजन 26KG है जो चक्कर लगा कर सारी जानकारी धरती पर भेजेगा|
विशेष तथ्य - Chandrayaan-3 के साथ केवल लैंडर व रोवर ही भेजे जायेंगे तथा लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग चंद्रमा के उसी दक्षिणी बिंदु पर करवाई जायेगी जहां पर चन्द्रयान-2 के लैंडर की होनी थी|
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