पुस्तकालय एक सामाजिक जन संस्था है जो निरंतर जन समाज में रहते हुए ज्ञानी और अज्ञानी को सामान रूप से ज्ञान वितरित करती है | इसका उद्देश्य सम्पूर्ण समाज को ज्ञान और शिक्षा के समन्वय के साथ प्रगति की और ले जाना है | इसीलिए आज इस भाग में हम INB जो की National Library of India से सम्बंधित है का वर्णन करेंगे | अब यह क्यों और कैसे अस्तित्व में आई है ? तो इसे जानने के लिए निचे उल्लेखित लेख को अवश्य पढ़ें | जिसमें से हर परीक्षाओं में एक से दो प्रश्न अवश्य ही पूछे जाते जो आपके चुनाव को मजबूत बनाने में सहयोग करेगा |
निचे उल्लेखित बिन्दुओं को ज़रा ध्यान से पढना क्योंकि इसमें सभी जरूरी बिन्दुओं को शामिल किया गया है और इनसे बाहर कुछ पुछा भी नहीं जाएगा |
- भारत में Depository Library के रूप में National Library of India के पास जितनी किताबे Delivery Of Books Act के तहत आती हैं और जमा होती है उनकी list को प्रकाशित करना (सूची को छापना) ही INB कहलाता है |
- 1954 से भारत में जितनी बुक Delivery Of Books Act के तहत प्रकाशित करती है जिसमे 1956 से पुस्तक के साथ साथ पत्रिका, समाचार पत्र भी शामिल किया, इनकी एक कॉपी National Library of India और तीन अतिरिक्त कॉपी तीन लाइब्रेरीज को जमा करना अनिवार्य है प्रकाशन के 30 दिन के अन्दर, जो की Conamora Public Library Chennai, Asiatic Society Library Bombay And Delhi Public Libray,New Delhi है |
- इसका प्रकाशन National Library of India की Central Reference Library, Kolkata के द्वारा किया जाता है |
- इसकी प्रकाशन अवधि (Frequency):
1957-58 से शुरू हुआ है जो की त्रमासिक (Quarterly) थी
1964 – मासिक (Monthly)
1979-80 – वार्षिक (Yearly)
1981-82 – द्विवार्षिक (दो वर्ष में एक बार) (Bi-Yearly)
1984 – मासिक
2000 – Computerized : मासिक - इसका Classification किया जा रहा है – DDC के 22nd Edition से
- इसका Cataloguing किया जा रहा है – AACR-II + MARC21 से
- इसका Subject Heading किया जा रहा है – LCSH (Library of Congress list of Subject Headings, 1898) से | और इसमें Subject Headings के लिए Chain Indexing (Dr. रंगानाथन) का भी इस्तेमाल किया जाता है |
- LCSH का Latest 38th Edition आया है 2016 में
Some Other facts related to the above article:
- Delivery Of Books Act 1954 में अस्तित्व में आया|
- Chain Indexing पहली बार Madras University Library में 1936 में इस्तेमाल किया गया |
- Library of Congress list of Subject Headings, 1898 में अस्तित्व में आया |
- Central Reference Library, Kolkata अगस्त 1955 में अस्तित्व में आया |
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