August 28, 2022

Indian National Library (INL) or National Library of India (NLI)

 


            पुस्तकालय एक सामाजिक जन संस्था है जो निरंतर जन समाज में रहते हुए ज्ञानी और अज्ञानी को सामान रूप से ज्ञान वितरित करती है | इसका उद्देश्य सम्पूर्ण समाज को ज्ञान और शिक्षा के समन्वय के साथ प्रगति की और ले जाना है | इसीलिए आज इस भाग में हम National Library of India से सम्बंधित भाग का वर्णन करने जा रहे है | अब यह क्यों और कैसे अस्तित्व में आया है ? तो इसे जानने के लिए निचे उल्लेखित लेख को अवश्य पढ़ें | जिसमें से हर परीक्षाओं में एक से दो प्रश्न अवश्य ही पूछे जाते रहे है जो आपके चुनाव को मजबूत बनाने में सहयोग करेगा |

            निचे उल्लेखित बिन्दुओं को ज़रा ध्यान से पढना क्योंकि इसमें सभी जरूरी बिन्दुओं को शामिल किया गया है और इनसे बाहर कुछ पुछा भी नहीं जाएगा |

स्थापना :

  • 1835 में कलकत्ता के सिविल सर्जन F.P.Strong के निवास स्थान पर की गयी
  • 1800 में फोर्ट विलियम कॉलेज में स्थापना की गयी थी और 1830 में इसे बंद कर दिया गया | बाद में इसकी 5000 पुस्तकें कलकत्ता पब्लिक लाइब्रेरी को दान कर दी गयी | इसकी बाद 21 मार्च 1836 को इसकी विधिवत शुरुआत की गयी |
  • W.H. स्टेसी इसके प्रथम लाइब्रेरियन तथा प्यारेचंद मिश्रा असिस्टेंट लाइब्रेरियन चुने गए |
  • द्वारिकानाथ टैगोरे इसके प्रथम स्वयत्म अधिकारी चुने गए
  • 1841 में इसे फोर्ट विलियम कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया
  • 1844 में इसे मेटकोफ भवन में स्थानांतरित कर दिया गया
  • 1891 में लार्ड कर्जन ने कई सचिवालय पुस्तकालयों को मिलाकर इम्पीरियल लाइब्रेरी की स्थापना की |
  • 1902 में लार्ड कर्जन ने  इम्पीरियल लाइब्रेरी एक्ट कर कलकत्ता पब्लिक लाइब्रेरी को इम्पीरियल लाइब्रेरी में मिला दिया गया |
  • 30 जनवरी 1930 को इसे जनता के लिए खोला गया |
  • 1948 में “Change of  Name Actके तहत इसका नाम बदल करNational Library of India कर दिया गया |
  • फरवरी 1953 तत्कालीन शिक्षा मंत्री मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के द्वारा इसे जनता के उपयोगार्थ खोल दिया गया|
  • 1953 को इसे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री राजगोपालाचारी की अनुशंसा पर वेल्डेवियर स्टेट में स्थानांतरित किया गया |
  • 1954 में Delivery of Books Actके तहत इस पुस्तकालय को देश के Depository Library का दर्जा दिया गया |
  • भारत का राष्ट्रीय पुस्तकालय (National Library of India) एक्ट भारतीय संविधान के अनुच्छेद 7 की धारा 62 के अंतर्गत की गयी |
उद्देश्य :

  • ज्ञान को भावी पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखना |
  • UNESCO ने इसकी परिभाषा देते हुए कहा की किसी भी देश का ऐसा पुस्तकालय जो ज्ञान को भावी पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखता है उस देश का राष्ट्रीय पुस्तकालय कहलाता है |
वित्त :

  • भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय
भवन :

  • इसका वर्तमान भवन कलकत्ता के वेल्डेवियर स्टेट में “भाषा भवन” के नाम से जाना जाता है | यह 30 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है |
पाठ्य सामग्री :

  • 1860 से पहले की पुस्तके “Rare Book Section में देखी गयी हैं |
    पुस्तकें :
    पुस्तकें : 2641615
    डिजिटल पुस्तकें : 21250
    बच्चों की पुस्तकें : 20000
    हस्तलिखित ग्रन्थ (Manuscripts) : 3213
    नक़्शे : 88162
    समाचार पत्र : 905
  • लाइब्रेरियन पुस्तकालय कर्मचारी
    1901-1906 : जॉन मैक्फरलेन
    1907-1911 : हरिनाथ डे
    1911-1930 : जे ए चेपमेन
    1930-1947 : के एम आसदुल्लाह
    1947-1963 : बी एस केशवन
    1970-1971 : बी एस केशवन
    1983-1995 : कल्पनादास गुप्ता (एक मात्र महिला लाइब्रेरियन)
    2006-2012 : एच पी जेदम
    वर्तमान में पद खाली है |
  • डायरेक्टर जनरल
    प्रथम : R K Das Gupta (1977-1980)
    वर्तमान : A D Chaudhary (May 2019)
    2018 : श्री श्रवण कुमार
  • श्री प्रहलाद सिंह पटेल (Ministry of State) संस्कृति व पर्यटन विभाग को इसका Independent Charge दिया है|

प्रकाशन : INB द्वारा

  • 1957 से “Central Reference Library कलकत्ता के द्वारा त्रमासिक प्रकाशन शुरू किया गया | 1964 से इसका मासिक व वार्षिक प्रकाशन शुरू होता रहा है | इसका प्रकाशन 14 भाषाओं में किया जाता है | प्रत्येक भाषा के लिए उसके प्रथम तीन अक्षर को लिया जाता है|
  • Indian Library Review यह एक इलेक्ट्रॉनिक डाइजेस्ट है जिसमें पुस्तकालयों से सम्बंधित गतिविधियों की जानकारी दी गयी है |
  • “Directory of Online Journal यह 6818 Online Journal की निर्देशिका है |
  • Books को Digitized किया जा रहा है और उसकी सूचना website पर दी गयी है |
महत्वपूर्ण सूचना :
  • यह लाइब्रेरी वर्ष में 362 दिन व लीप वर्ष में 363 दिन खुलती है और इसमें अवकाश तीन दिन का रहता है 26 जनवरी, 15 अगस्त व 2 अक्टूबर|
  • इसके खुलने का समय: सोमवार से शुक्रवार (8AM-8PM), शनिवार से रविवार (9AM-6PM), Reading Room (9AM-6PM)
सदस्यता : 
  • कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से अधिक आयु का हो | इसमें सदस्यता शुल्क नहीं है किन्तु सिक्यूरिटी जमा की जाती है | एक पाठक को दो पुस्तक Issue की जाती हैं, स्थानीय पाठक को 14 दिन के लिए व बाहरी पाठक को 21 दिन के लिए |
अन्य विशेष बिंदु :
  • इसमें आशुतोश मुखर्जी का व्यक्तिगत पुस्तकों का संग्रह है |
  • इसकी website: www.nlindia.org  है जिसे National Informatics Centre (NIC) के द्वारा develop किया गया है |
  • इसकी Official website: www.nationallibrary.gov.in का उदघाटन कलकत्ता के गवर्नर श्री विरेन जे शाह के द्वारा 22जनवरी 2002 को किया गया |
  • National Library of India विकास की “बाल अवस्था” में हमेशा रहती है |


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