हरियाणा मुख्यतः झीलों के लिए भी प्रसिद्ध है| मुख्य रूप से यहाँ 5 झीलें हैं। किन्तु निचे आपको जिलेवार झीलों का वर्णन मिलेगा।
- पंचकुला
टीकर ताल झील - यमुनानगर
हाथी कुंड (हथनी कुंड)
- महासीर मछली मिलती है| - कुरुक्षेत्र
1. ब्रह्मसरोवर झील
- किताब उल हिन्द में उल्लेख
- उपनाम à हरयाणा का प्रसान्त महासागर
2. संहित सरोवर झील
- सात नदियों का संगम कहा जाता है
- कैथल
बिद्क्यार झील - करनाल
कर्ण झील
- दूसरा नाम - चक्रवर्ती झील
- रोहतक
तिलियार झील - झज्जर
भिंडावास झील
- 250 तरह के पक्षी पाए जाते हैं
- लाल बुलबुल व भूरे हंस के लिए प्रसिद्ध है
- हिसार
1. ब्लू बर्ड झील
2. ब्लैक बर्ड झील (हांसी)
- कृत्रिम झील
- फतेहाबाद
चिल्ली झील - गुरुग्राम (मनोरंजन शहर)
1. सुल्तानपुर झील
- फरुखनगर में स्थित है
- 1971 में स्थापित
- 1972 में पक्षियों के लिए आरक्षित कर दिए गए
- 1989 में राष्ट्रिय उद्यान का दर्जा
- विविध प्रवासी पक्षियों के दर्शन हेतु प्रसिद्ध
- शीतकालीन पक्षी – साइबेरियन सारस के लिए प्रसिद्ध
- दूसरा नाम – डॉ. सलीम अली पक्षी विहार
2. दमदमा झील
3. बसइ झील
4. घात झील
5. खलीलपुर झील
- फरीदाबाद
1. बदखल झील (1947 में)
2. सूरजकुंड झील
- पुराना नाम - मयूर झील
3. धौज झील
4. बडवाडी झील
- मेवात
1. कोटला झील
2. चंदेली झील
- पलवल
डबचीक झील - महेंद्रगढ़
शोभासागर झील - चरखी दादरी
श्यामसर सरोवर झील
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