आज मैं जिस कहानी का जिक्र करने जा रहा हूँ वो एक महान व्यक्तित्व की हैं। उन्हें किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। वो स्वयं अद्भुत ज्ञान के भंडार हैं और सदा बांटने में ही विश्वास किया है। तो सुनिए कहानी परम पूज्य स्वामी विवेकानंद जी की-
इस घटना से उन्होंने सदा के लिए सीख ग्रहण की कि डर कर भागने की अपेक्षा मुसीबत का सामना करना चाहिए। कभी कभी अनजाने लोगों से भी हमें बहुत कुछ सीखने को मिल जाता है। कई सालों बाद जब वो किसी सम्मेलन में गए तो वहां उन्होंने संबोधन में कहा भी, ‘यदि कभी कोई चीज तुम्हें डराए तो उससे भागो मत। पलटो और सामना करो'। और स्वामी जी जब तक रहे कभी किसी हालात से डरे नहीं। एक छोटी सी सीख आदमी को क्या से क्या बना देती है।
आपको यह कहानी कैसी लगी ऐसी ज्ञानवर्धक और भी रोचक कहानियों के पढ़ने के लिए इस ब्लॉग को फॉलो करें और कमेंट करके जरूर बताएं।
No comments:
Post a Comment
Share your feedback with us.