February 28, 2023

राजस्थान के प्रतीक चिन्ह

            यूँ तो राजस्थान अपने आप में एक विविध कौशल से भरा पूरा राज्य है| इसकी अनेकों विशेषताएं हैं| इसकी जितनी तारीफ़ की जाए उतनी ही कम है| जिस तरह भारत देश का राष्ट्रीय पक्षी, राष्ट्रीय पशु इत्यादि बातों का विशेषत: वर्णन होता है ठीक उसी प्रकार राजस्थान भी इन चर्चाओं से हटा नहीं है| तो आएये जाने इसके बारे में विशेष बातें| 


            जिस तरह राजस्थान अपने आप में विशेष है उसी प्रकार इसका दिवस भी विशेष ही है | राजस्थान दिवस 30 मार्च को मनाया जाता है | 30 मार्च 1949 वृहत् राजस्थान नामक संघ के निर्माण के समय से 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाने लगा |

1.राजस्थान का राज्य पक्षी - गोडावन

            गोडावन को 21 मई 1981 को राज्य पक्षी का दर्जा दिया गया था| गोडावन का वैज्ञानिक नाम कोरियोटिस नाइग्री सेप्स है| गोडावन को अनेक उपनामों से भी जाना जाता है जैसे हिंदी में सोहन चिड़िया या हुकना या गुधनमेर, सामान्य भाषा में मालमोरड़ी, अंग्रेजी भाषा में ग्रेट इण्डियन बस्टर्ड नाम से प्रसिद्ध है| यह बहुत ही शर्मीले स्वभाव का पक्षी है जो एकान्तप्रिय स्थानों में रहना पसंद करता है| यह एक बड़ी चिड़िया है जो कुछ कुछ युवा शुतुरमुर्ग जैसी लगती है| यह मूलतः अफ़्रीकी पक्षी है जो आकार में बहुत बड़ा और भारी होता है| अत: यह वृक्षों पर नहीं बैठता है इसलिए जल के निकट घास का घौसला बनाकर रहता है | यह मुलतः अफ्रीका का पक्षी है। इसका ऊपरी भाग का रंग नीला होता है व इसकी ऊँचाई 4 फुट होती है।


            गोडावन के कृत्रिम प्रजनन हेतु जोधपुर जन्तुआलय प्रसिद्ध है| गोडावन का घर/शरण स्थली सेवण घास को कहते है| गोडावण का प्रजनन काल अक्टूबर-नवम्बर का महिना माना जाता है।गोडावन का प्रिय भोजन तारामीरा फसल है जो एक तिलहन फसल है| गोडावन सर्वाधिक मात्रा मे राष्ट्रीय मरू उधान (जैसलमेर), सोंकलिया (अजमेर) तथा सोरसन (बारां) मे पाया जाता है| 


2. राजस्थान का राज्य पशु - चिंकारा 

            चिंकारा को 21 मई 1981 को राज्य पशु का दर्जा दिया गया था| चिंकारा का वैज्ञानिक नाम गजेला-गजेला है| यह “एन्टीलोप” प्रजाती का एक मुख्य जीव है। चिंकारा को छोटा हिरण, एण्टीलोप व भारतीय कुरंग आदि नामों से जाना जाता है| चिंकारा- राजस्थान का राज्य पशु है | चिकारों के लिए नाहरगढ़ अभ्यारण्य जयपुर प्रसिद्ध है। राजस्थान का राज्य पशु ‘चिंकारा’ सर्वाधिक ‘मरू भाग’ में पाया जाता है ।


            चिंकारा नाम से एक तत् वाध्य यंत्र है जो कि अलवर व भरतपुर जिलो मे ग्रासिया जाति के द्वारा बजाया जाता है| 

नोट: चिकोरा- पश्चिमी राजस्थान मे हिड़ की लकड़ी से बनाये जाने वाले दीपको को कहते है और चितौरा- राजस्थान मे चित्रकारो को कहते है|


3. राजस्थान का वन्य जीव पशु - ऊँट

            ऊँट को 30 मार्च 2014 को वन्य जीव पशु का दर्जा दिया गया था व 19 सितम्बर 2014 को अधिसूचना जारी कर रेगिस्तान के जहाज ऊँट को पशुधन श्रेणी में राजकीय पशु (Domestic State Animal) का दर्जा दिया है | ऊँट का वैज्ञानिक नाम कैमेलस है| राजस्थान मे सर्वाधिक ऊँट बीकानेर मे पाये जाते है| भारत मे प्रथम ऊँटनी दुध डेयरी बीकानेर मे खोली गयी थी| भारत मे सर्वप्रथम ऊँट लाने का श्रेय मोहमद बिन कासिम को दिया जाता है| राजस्थान मे सर्वप्रथम ऊँट लाने का श्रेय पाबूजी को दिया जाता है व राजस्थान मे ऊँट के बिमार होने पर पाबूजी कि पूजा कि जाती है या फड़ बांची जाती है| 


            ऊँटो का देवता पाबूजी को कहते है| राजस्थान मे ऊँट पालने के लिए रेबारी/राईका जाति प्रसिद्ध है| ऊँट कि खाल पर चित्र बनाने (मिनाकारी) कि कला को ऊस्ता कला कहते है व यह कला बीकानेर की प्रसिद्ध है तथा इस कला के लिए बीकानेर का हिसामुद्दीन ऊस्ता का परिवार प्रसिद्ध है| राजस्थान मे ऊँट की खाल से बने जल पात्र को कोपी कहते है| ऊँट का श्रृंगार गीत गोरबंद है| ऊँट के नाक मे डाली जाने वाली सजावटी वस्तु को गिरबाण कहते है| भारत मे सर्वप्रथम ऊँट सैना बीकानेर के महाराजा गंगासिंह ने बनाई थी जिसे गंगा रिसाला के नाम से जाना गया था |


4. राजस्थान का राज्य पुष्प - रोहिड़ा के फूल

            रोहिड़ा के फूल को 31 अक्टूबर 1983 को राज्य पुष्प का दर्जा दिया गया था | रोहिड़ा का वैज्ञानिक नाम टिकोमेला ऐंडूलेटा है | रोहिड़ा को विभिन्न उपनामों से पुकारा जाता है जिनमे मुख्यतः - 1. मरू शोभा, 2. रेगिस्तान के सागवान | फर्नीचर व औषधि निर्माण के लिए प्रसिद्ध इस पेड़ का फैलाव राज्य के अधिकतर भागों में होने के कारण ही इसे रेगिस्तान का सागवान कहते हैं | जोधपुर जिले मे रोहिड़ा के फूल को मारवाड़ टीक के नाम से जाना जाता है | यह मुख्यतः राज्य के पश्चिमी भाग में पाया जाता है | 


5. राजस्थान का राजकीय वृक्ष - खेजड़ी 

            खेजड़ी के वृक्ष को 31 अक्टूबर 1983, में राज्य वृक्ष घोषित किया गया था | खेजड़ी का वैज्ञानिक नाम प्रोसोपिस सिनेरेरिया है | खेजड़ी को "रेजिस्तान का कल्पवृक्ष""राजस्थान का गौरव" कहा जाता है | भारतीय धर्म ग्रंथों में में इसे "शमी" कहा जाता है | स्थानीय भाषा में इसको "जांटी" भी कहते हैं | इसकी पत्तियों के चारे को स्थानीय भाषा में "लूम" कहते हैं | इसकी छाल से दवा बनायी जाती है | इसकी फली से  सब्जी बनायी जाती है जिसे "सांगरी" कहते हैं |


6. राजस्थान का राज्य गीत - केसरिया बालम पधारो नी म्हारे देश 

            मांगी बाई उदयपुर कि प्रसिद्ध मांड गायीका थी जिन्होने राजस्थान मे सर्वप्रथम केसरिया बालम गीत गाया था | मांड राग कि उत्पती जैसलमेर से हुई है | अल्ला जिल्ला बाई राजस्थान कि सुप्रसिद्ध मांड गायीका है जिसे राजस्थान कि मरू कोकिला के नाम से जाना जाता है | अल्ला जिल्ला बाई मुल रूप से बीकानेर की है।

 


7. राजस्थान का राज्य खेल - बास्केट बॉल

            बास्केट बाॅल को सन् 1948 मे राज्य खेल का दर्जा दिया गया था | बास्केट बाॅल मे कुल 7 खिलाड़ी होते है (जिनमे से 5 खिलाड़ी ही खेलते है) | राजस्थान बास्केट बाॅल संघ का का मुख्यालय अजमेर मे है | अर्जुन पुरुस्कार खेल जगत का सबसे बड़ा पुरुस्कार है | अर्जुन पुरुस्कार पाने वाला प्रथम राजस्थानी खिलाड़ी खुशीराम है जिसे सन् 1967 मे बास्केट बाॅल के लिए यह पुरुस्कार मिला था | 


8. राजस्थान का राज्य/लोक नृत्य - घूमर 

            राजस्थान मे घूमर नृत्य सर्वाधिक गणगौर के अवसर पर किया जाता है | घूमर नृत्य जयपुर व मारवाड़ (जोधपुर) क्षेत्र का प्रसिद्ध है | राजस्थान मे अविवाहित महिलाओ के द्वारा किया जाने वाला घूमर नृत्य झूमर कहलाता है तथा जब झूमर को विवाहित महिलाएँ करती है तब इसे घूमर कहते है | घूमर नृत्य मे माँ सरस्वती कि पूजा/अराधना कि जाती है |

घूमर के उपनाम- 1. लोक नृत्यो कि आत्मा 2. राज्य कि आत्मा 3. राजस्थान का सिरमौर



9. राजस्थान का शास्त्रीय नृत्य - कत्थक नृत्य

            राजस्थान का शास्त्रीय नृत्य कत्थक हैं, कत्थक का उद्गम जयपुर व लखनऊ को माना जाता हैं, जयपुर को कत्थक का आदिमघराना व पुराना घराना के नाम से जाना जाता हैं।

            कत्थक के प्रवर्तक भानू जी महाराज थे जो जयपुर घराने के प्रसिद्ध कलाकार थे, वर्तमान में इसके प्रवर्तक बिरजू जी महाराज हैं। कत्थक नृत्य मांगलिक अवसर पर किया जाता हैं इसलिए इसे मंगलमुखी नृत्य के नाम से भी जाना जाता है। कत्थकली दक्षिणी भारत का नृत्य हैं।



February 27, 2023

राजस्थान का एतिहासिक नामकरण

            इस भाग में हम चर्चा करेंगे राजस्थान से सम्बंधित उसके नामकरण जिनको अलग अलग इतिहासकारों ने भिन्न भिन्न नाम से दर्शाया है | फिर वो चाहे राजस्थान के लेखक हो चाहे विदेशी लेखक हों, किन्तु यह तो तय था की राजस्थान का इतिहास बड़ा विशाल रहा है | जिसको किसी एक किताब में उतारना मुश्किल ही नहीं अपितु नामुमकिन है |



वास्तव में राजस्थान का अर्थ होता है - राजाओं का स्थान |

ब्रह्मवर्त - ऋग्वेद काल में 

मरूकांतार - महर्षि वाल्मीकि ने 

मरूभूमि - अबुल फजल द्वारा 

राजपूताना - जोर्ज थॉमस द्वारा - 1800 ई. में कहा गया | यह सबसे पहले शेखावाटी आया था | राजपूताना शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग लेने वाला प्रथम अंग्रेज था | यह प्राचीन व मौखिक नाम है | जोर्ज थॉमस की मृत्यु बीकानेर में हुई थी |

नोट : जोर्ज थॉमस ग्वालियर का शासक दौलत राव सिंधिया का कमांडर था और विलियम फ्रेंकलिन (लन्दन) इसका मित्र था | 

राजस्थानियादित्य - बसंतगढ़ शिलालेख में ही पहली बार इसका प्रयोग हुआ |

राजपूताना का लिखित प्रमाण - 1805 में विलियम फ्रेंकलिन (लन्दन) द्वारा लिखित "द मिलट्री मेमायर्स इन मिस्टर जोर्ज थॉमस" पुस्तक में मिलता है |

भाषा के आधार पर राजस्थानी नाम देने वाले प्रथम व्यक्ति - जोर्ज अब्राहिम ग्रियर्सन थे |

"एनाल्स एंड एंटीक्यूटीज ऑफ़ राजस्थान" - कर्नल जेम्स टॉड द्वारा (1829 में)

  • लन्दन में अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित 
  • जोधपुर के शासक मानसिंह के कहने पर यह पुस्तक लिखी गयी |
  • इसका हिंदी अनुवाद पं. गोरीशंकर हीराचंद ओझा ने किया |
  • पहली बार तीन नए नाम दिए गए:
    रायथान - शासकों का निवास स्थल
    रजवाड़ा - राज्य रजवाड़ों या राजपूतों के कारण
    राजस्थान - भौगोलिक क्षेत्र के लिए 

नोट : कर्नल जेम्स टॉड के गुरु का नाम यतिज्ञानचन्द्र जैन था |

"The Central  & Western Rajput State of India" - 1832 में

  • कर्नल जेम्स टॉड द्वारा लन्दन में प्रकाशित 
  • यह पहली पुस्तक का दूसरा खंड है |
  • इसमें रेवासा झील का भी वर्णन है |

कर्नल जेम्स टॉड: 
            इनका उपनाम घोड़े वाले बाबाराजपूताने इतिहास का पितामह है | यह स्कॉटलैंड के निवासी थे | ये 1817 में राजस्थान में सर्वप्रथम मांडलगढ़, भीलवाडा आये | 1822 में मारवाड़ रियासत का पोलिटिकल एजेंट बनाया गया | 1835 में इनकी मृत्यु हो गयी |

"मुहणोत नैणसी री ख्यात", वीरभान के "राजरूपक" में राजस्थान शब्द का उल्लेख है |

राजस्थान एकीकरण के दुसरे चरण में 25 मार्च 1948 को राजस्थान को "पूर्वी राजस्थान संघ" नाम दिया गया |

राजस्थान नाम विधिवत रूप से 26 जनवरी 1950 को एकीकरण के छठे चरण के दौरान दिया | 



February 13, 2023

General Science - Inventions : भाग 2

             अविष्कार का अर्थ होता है किसी भी प्रकार की नई जानकारी प्राप्त करना, नए अविष्कार विभिन्न ज्ञाननेद्रियों द्वारा किये जाते है। वैज्ञानिक अनुसंधान के तीन मुख्य उद्देश्य हैं - वर्णन, व्याख्या एवं खोजबीन। आज इस भाग में हम खोजबीन से किये गए महत्वपूर्ण अविष्कारों का वर्णन करेंगे | इससे सम्बंधित प्रश्न अक्सर परीक्षाओं में पूछे जाते हैं | इसमें महत्वपूर्ण उपकरण, इनके खोजकर्ता और खोजकर्ता से सम्बंधित देश का वर्णन किया जा रहा है |


उपकरण का नाम ----->  खोज कर्ता -----> खोजकर्ता से सम्बंधित देश 

  1. वाशिंग मशीन - हर्ले मशीन कम्पनी - अमेरिका
  2. एयर कंडीशनर - विलिस कैरिअर -  - अमेरिका
  3. रेफ्रीजरेटर - जे. परकिंस - इंगलैंड
  4. रेफ्रिजरेटर - जेम्स हेरिसन व अलेक्जेंडर केटलिन - अमेरिका
  5. सौरमंडल का केंद्र सूर्य - कोपर्निकस - पोलैंड
  6. ग्रहों की खोज - केपलर - जर्मनी
  7. ग्रह (नेप्च्यून) - जे. गेली - जर्मनी
  8. ग्रह (प्लूटो) - सी. टॉमबॉम - अमेरिका
  9. ग्रह (युरेनस) - विलियम हेर्सचेल - इंग्लैंड
  10. सापेक्षता का सामान्य सिद्धान्त - एल्बर्ट आइंस्टीन - स्विट्जरलैंड

  11. हीलियम - एस. डब्ल्यू. रैमसे - इंगलैंड
  12. एंड्रोमिड आकाशगंगा - साइमन मेरियस -जर्मनी
  13. एलार्म घड़ी -  पोप सिलवेस्टर द्वितीय - यूनान 
  14. कलकुलेटर - ब्लेज़ पास्कल - फ्रांस
  15. विधुत बैटरी - अलेसांड्रा वोल्टा - इटली
  16. लिफ्ट - एलिशा ओटिस - इंगलैंड
  17. ट्रेक्टर - रावर्ड फोरमिच - अमेरिका
  18. माइक्रोमीटर - विलियम कोजिन - ब्रिटेन
  19. मशीन गन - सर जेम्स पुक्ले - ब्रिटेन
  20. माइक्रोस्कोप - जेड जानसेन - नीदरलैण्ड (हालैण्ड)

  21. माइक्रोफोन -अलेक्जेंडर ग्राहम बेल - अमेरिका
  22. माइक्रोप्रोसेसर - एम. ई. हौफ - अमेरिका
  23. प्रेशर कुकर - डेनिस पैपिन - फ्रांस
  24. पेपर - मुलबेरी - चीन
  25. सिलाई मशीन - एलायस होवे - अमेरिका
  26. रिवाल्वर - सेमुअल कोल्ट - अमेरिका
  27. राइफल - जोसफ कोटटार - जर्मनी
  28. रॉकेट - रॉबर्ट एच. गोडार्ड - अमेरिका
  29. सेफ्टी पीन - वाल्टर हन्ट - अमेरिका
  30. रेजर सेफ्टी - किंग सी. जिलेट - अमेरिका

  31. रेजर विधुत - जैकब शिक - अमेरिका
  32. सेफ्टी मैच - जान वाकर - ब्रिटेन
  33. सेफ्टी लैम्प - हम्फ्रेडेवी - ब्रिटेन
  34. टैंक - सर अर्नेस्ट स्विंटन - इंगलैंड (ब्रिटेन)
  35. टाइप राइटर - क्रस्टोफर शोलेज - अमेरिका
  36. फोटो स्टेट - कार्लसन - अमेरिका
  37. एल्यूमीनियम - हैंस क्रिश्चियन ओरसेड - डेनमार्क
  38. अंधो की लिपि - लुई ब्रेल - फ्रांस
  39. तड़ित चालक - बैंजामिन फ्रेंकलिन - अमेरिका
  40. टेलीग्राफ यांत्रिक - एम. लम्मोंड - फ्रांस

  41. टेलीग्राफ कोड - सैमुअल मोर्स - अमेरिका
  42. मोटर कार - ऑस्टिन - ब्रिटेन
  43. मोटर कार (वाष्प)- निकोलस कुगनाट - फ्रांस
  44. मोटर कार (आन्तरिक दहन) - सैमुअल ब्राउन - ब्रिटेन
  45. मोटर कार (पेट्रोल) - कार्ल बेंज - जर्मनी
  46. कॉर्ब्युरेटर - जी. डैमलर - जर्मनी
  47. स्टेथोस्कोप - रेने लेनेक - फ्रांस
  48. टेलिस्कोप - हेन्स लिपरशे - नीदरलैण्ड (हालैण्ड)
  49. क्लोरोफार्म -  सिम्पसन - स्कोटलैंड
  50. रिकार्ड (लांग प्लेइंग) - डॉ. पीटर गोल्डमार्क - अमेरिका

  51. लेसर - चार्ल्स थियोडर मैमन - अमेरिका
  52. बनसेन बर्नर - आर. विल्हेम वोन बनसेन- जर्मनी
  53. सीमेंट - जोसेफ अरगडिन - इंगलैंड
  54. इलेक्ट्रिक लेम्प - थॉमस एल्वा एडिसन- अमेरिका
  55. इलेक्ट्रिक मोटर (AC) - जिनोब ग्रेम - बेल्जियम
  56. इलेक्ट्रिक मोटर (DC) - निकोला टेस्ला - अमेरिका
  57. ग्लाइडर - सर जार्ज केले - इंगलैंड (ब्रिटेन)
  58. लाउडस्पीकर - हॉरेस शोर्ट - इंगलैंड (ब्रिटेन)
  59. पैराशूट - ए. जे. गारनेरिन व जीन पियरे क्लानचार्ड - फ्रांस
  60. स्लाइड रूल - विलियम ऑफ़ट्रेड - इंगलैंड

  61. स्टेनलेस स्टील - हेरि ब्रियरले - इंग्लैंड
  62. ट्रांसफार्मर - माइकल फैराडे - इंग्लैंड (ब्रिटेन)
  63. ट्रांजिस्टर - जॉन बरडीन, विलियम शाकले, व वाल्टर बर्टन - अमेरिका
  64. क्लोरीन - कार्ल शीले - स्वीडन
  65. ग्रहों की गति का सिद्धांत - जे. कैप्लर - जर्मनी
  66. निकिल - ए. क्रोन्सटेड - स्वीडन
  67. क्वांटम सिद्धांत - मैक्स प्लैक - जर्मनी
  68. कताई मशीन - सैमुअल क्रॉम्पटन - ब्रिटेन
  69. कारपेट स्वीपर - मेलविल बिसेल - अमेरिका
  70. क्रोनोमीटर - जॉन हैरीसन - जर्मनी

  71. गैल्वेनोमीटर - एंड्रे मेरी एम्पियर - फ्रांस
  72. डेन्टल प्लेट - ऐन्थोनी प्लेट्सन - अमेरिका
  73. डिस्क ब्रेक - एफ. लेचेस्टर - ब्रिटेन
  74. गैस लाइटिंग - विलियम मरडॉक - ब्रिटेन
  75. गैस फायर - फिलिप लेबन - फ्रांस
  76. गाइरो कम्पास - सर अल्पर स्पेरी - अमेरिका
  77. गीगर काउंटर - हैन्स गीगर - जर्मनी
  78. स्काच टेप - रिचर्ड ड्र - अमेरिका
  79. स्वतः चालक - चार्ल्स कैटरिंग - अमेरिका
  80. स्काईस्क्रेपर - विलियम जेनी - अमेरिका

  81. लॉगरिथ्म - जॉन नेपियर - स्कॉटलैंड
  82. नियोन लैम्प - जार्ज क्लाड - फ्रांस
  83. प्लास्टिक - अलेक्जेंडर पार्कस - ब्रिटेन
  84. नायलॉन - डॉ० वालेस कैरायर्स - अमेरिका
  85. स्टील - हेनरी बेसेमर - ब्रिटेन
  86. सुपर कंडक्विटी -एच. के. ओनेस - नीदरलैंड
  87. सेलूलाइड - अलेक्जेंडर पार्क - ब्रिटेन
  88. हॉरपीडो - रॉबर्ट ह्वलईटहेट - ब्रिटेन
  89. टेरिलीन - विनफील्ड व डिक्सन - ब्रिटेन
  90. वेल्डिंग मशीन (विधुत) - एलिसा थॉमसन - अमेरिका

  91. होवरक्राप्ट - सर क्रिस्टोफर कांकरेल - ब्रिटेन
  92. पेनिसिलिन - एलेक्जेंडर फ्लेमिंग - इंग्लैंड
  93. प्रकाश का वेग - फिजियाऊ - इंगलैंड
  94. प्रकाश विधुत प्रभाव - अल्बर्ट आइंस्टीन -
  95. पाकिक मीटर - कार्लटन मैगी - अमेरिका
  96. पाश्चुरीकरण - लुई पाश्चर - फ्रांस
  97. रडार - रॉबर्ट वाटसन वाट - स्कॉटलैंड
  98. रबर (पौधों का दूध) - डनलप रबर कंपनी - ब्रिटेन
  99. रबर (टायर) - थॉमस हॉनकाक - ब्रिटेन
  100. रबर (जलरोधी) - चार्ल्स मैकिनटोस - ब्रिटेन
  101. रबर (वलक्निकृत) - चार्ल्स गुड़इयर - अमेरिका

  102. लाइटिंग कंडक्टर - बेंजामिन फ्रेंकलिन - अमेरिका
  103. लिनोलियम - फ़्रेडिक बाल्टन - ब्रिटेन
  104. थर्मस फ्लास्क - डेवार - अमेरिका
  105. आवर्त सारणी - मैण्डलीफ़ - रूस
  106. तैरने के नियम - आर्कमिडीज - यूनान
  107. तापायनिक उत्सर्जन - एडिसन - अमेरिका
  108. डायोड बाल्व - सर जे. एस. फ्लेमिंग - स्कॉटलैंड
  109. ट्रायोड बाल्व - डॉ ली. डी. फोरेस्ट - अमेरिका
  110. साइकिल  - कार्ल वॉन ड्रैस - ब्रिटेन
  111. मानचित्र - सुमेरियनो (2250 ई० में) - सुमेरियन सभ्यता

विज्ञान जगत के आविष्कार, अविष्कारक व अविष्कारक से सम्बंधित स्थान : भाग 1



February 9, 2023

General Science - Inventions : भाग 1

            अविष्कार का अर्थ होता है किसी भी प्रकार की नई जानकारी प्राप्त करना, नए अविष्कार विभिन्न ज्ञाननेद्रियों द्वारा किये जाते है। वैज्ञानिक अनुसंधान के तीन मुख्य उद्देश्य हैं - वर्णन, व्याख्या एवं खोजबीन। आज इस भाग में हम खोजबीन से किये गए महत्वपूर्ण अविष्कारों का वर्णन करेंगे | इससे सम्बंधित प्रश्न अक्सर परीक्षाओं में पूछे जाते हैं | इसमें महत्वपूर्ण उपकरण, इनके खोजकर्ता और खोजकर्ता से सम्बंधित देश का वर्णन किया जा रहा है |


उपकरण का नाम ----->  खोज कर्ता -----> खोजकर्ता से सम्बंधित देश 

  1. इलेक्ट्रान - जे० जे० थॉमसन - इंगलैंड
  2. प्रोटॉन - गोल्डस्टीन - जर्मनी
  3. न्युट्रान - जेम्स चैडविक - इंग्लैंड
  4. परमाणु की परमाणु संरचना - ई. रदरफोर्ड - इंग्लैंड
  5. Anode ray - गोल्डस्टीन - जर्मनी
  6. साइक्लोट्रान - लारेन्स - अमेरिका
  7. यूरेनियम - मार्टिन क्लाप्रोथ - जर्मनी
  8. नाभिक - रदरफोर्ड - इंग्लैंड
  9. नाभिकीय रिएक्टर - एनरिको फर्मी - इटली
  10. ओजोन - क्रिश्चियन शोनबीन - जर्मनी

  11. साइकिल - जॉन के. मैकमिलन - स्कॉटलैण्ड
  12. साइकिल टायर - जॉन डनलप - ब्रिटेन
  13. मोटरसाइकिल - जी डैमलर - जर्मनी
  14. स्कूटर - जी. ब्राडशा - ब्रिटेन
  15. परमाणु संख्या - हेनरी मोसले - इंग्लैंड
  16. परमाणु सिद्धान्त - जान डाल्टन - इंग्लैंड
  17. परमाणु बम - ऑटो हान - इंगलैंड
  18. परमाणु संरचना - नील बोहर (डेनमार्क) व रदरफोर्ड (इंग्लैंड)
  19. टेलीग्राफ - डेविड एडवर्ड ह्यूज - ब्रिटेन
  20. माइक्रोफोन - डेविड एडवर्ड ह्यूज - ब्रिटेन

  21. रेडियो टेलीग्राफी - जी. मारकोनी - इटली
  22. रेडियो धर्मिता - एंटोइन बैक्वेरल - फ्रांस
  23. रेडियो सक्रियता - हेनरी बेकरल - फ्रांस
  24. रेडियम - मैरी क्यूरी और पोयरी - फ्रांस
  25. डायनामाइट - अल्फ्रेड नोबेल - स्वीडन
  26. PH स्केल - एस. पी. सोरेन्सन - डेनमार्क
  27. हाइड्रोजन - हैनरी केवेन्डिश - इंग्लैंड
  28. नाइट्रोजन - डनियल रदरफोर्ड - इंगलैंड
  29. प्लूटोनियम - जी. टी. सीबोर्ग - अमेरिका
  30. मैग्नीशियम - एस. हम्फ्री डेवी - इंग्लैंड

  31. फोटोग्राफी (धातु में) - एल. डेंग्यूरे, जे. निप्से - फ्रांस
  32. फोटोग्राफी (कागज) - डब्ल्यू. फॉक्स टालबोट - इंग्लैंड
  33. फोटोग्राफी (फ़िल्म ) - जॉन कार्बट - अमेरिका
  34. ऑक्सीजन - कार्ल विल्हेम श्ली, जोजेफ प्रीस्टली - स्वीडन 
  35. अक्रिय गैस ऑर्गन - रैमज़े और रैले - स्कोटलैंड
  36. थोरियम - बर्जीलियस - स्वीडन 
  37. टेलीविजन(मैकेनिकल) - जॉनलॉगी बेयर्ड - इंग्लैंड
  38. टेलीविजन(इलेक्ट्रानिक)- पी. टी. फार्न्सबर्थ- अमेरिका
  39. बैरोमीटर - इवेंजलिस्ता टौरसेली - इटली
  40. रेल इंजन - जार्ज स्टीफेंसन- युनाइटेड किंगडम

  41. भाप इंजन (कंडेंसर) - जेम्स वॉट - स्कॉटलैंड
  42. भाप इंजन (पिस्टन) - धाम न्यूकोमेन - ब्रिटेन
  43. डीजल इंजन - रुडॉल्फ कार्ल डीजल - जर्मनी
  44. लोकोमोटिव रेल - रिचर्ड ट्रेकिथिक - ब्रिटेन
  45. जेट इंजन - सर फ्रैंक व्हिटले - इंगलैंड
  46. दूरबीन - गैलीलियो - इटली
  47. बाईफ़ोकल लेंस - बेंजामिन फ्रैंकलिन - अमेरिका
  48. इलेक्ट्रो मैग्नेट - विलियम स्टारजन - ब्रिटेन
  49. एक्स किरण - विल्हेम के. रोन्टेजन - जर्मनी
  50. कॉस्मिक किरणे - विक्टर हेस - ऑस्ट्रिया

  51. लघु गणक - जॉन नेपियर - स्कॉटलैंड
  52. वायरलेस रेडियो - मारकोनी - इटली
  53. टेलीफोन - अलेक्जेंडर ग्राहम बेल - अमेरिका
  54. ग्रामोफोन - टामस एल्वा एडिसन - अमेरिका
  55. बिजली बल्ब -टामस एल्वा एडिसन -अमेरिका
  56. फ़िल्म (चलचित्र) - लुइस प्रिन्स - अमेरिका
  57. फ़िल्म (बोलती) - जे. इंगल, जे. मुसेलो व एच. वोग्त - जर्मनी
  58. फ़िल्म (संगीत ध्वनि) - डॉ० लि. उ. फारेस्ट - अमेरिका
  59. सिनेमा - लाउस निकोलस और जीन लुमियर - फ्रांस
  60. मोटर बैटरी - टामस एल्वा एडिसन - अमेरिका

  61. बिजली की मशीन - माइकेल फैराडे - इंगलैंड
  62. डायनेमो - माइकेल फैराडे - इंगलैंड
  63. विधुत धारा - वोल्ट - इटली
  64. विधुत चुम्बक - विलियम स्टरजियन - इंग्लैंड
  65. विधुत अपघटन के नियम - माइकेल फैराडे - इंग्लैंड
  66. विधुत चुम्बकीयप्रेरण - माइकेल फैराडे - इंग्लैंड
  67. विधुतीय चुम्बक तरंगे - हेनरिच हर्ट्ज - जर्मनी
  68. विधुतीय चुम्बकत्व - एच. सी. आर्सटेड - डेनमार्क
  69. विधुत संवहन का नियम - जार्ज ओहम - जर्मनी
  70. विधुत चुम्बक आकर्षण का सिद्धांत - ए. एम्पीयर - फ्रांस

  71. विधुत आकर्षण के नियम - कुलम्ब - फ्रांस
  72. गुरुत्वाकर्षण और गति का नियम - आइजक न्यूटन - इंगलैंड
  73. वस्तुओं के गिरने का सिद्धांत - गैलिलियो - इटली
  74. मोबाइल फोन - जॉन एफ. मिशेल एवं मार्टिन कूपर - अमेरिका
  75. फेसबुक - मार्क जुकरबर्ग - हॉवर्ड
  76. वाट्सएप - ब्रायन एक्टन, जेन कूम - अमेरिका
  77. फाउंटेन पेन - लेविस ई. वाटरमैन - अमेरिका
  78. बॉल पाइंट - जॉन जे. लाउड - अमेरिका
  79. घड़ी - बारथोलोम्यू - इटली
  80. घड़ी यांत्रिक - आई सिंग व लियांग सैन - चीन

  81. घड़ी पेंडुलम - क्रिश्चियन ह्युगेन्स - नीदरलैंड
  82. थर्मोस्कोप - गैलीलियो गैलीलेई - इटली
  83. थर्मामीटर - डेनियल गैबरियल फारेनहाइट - जर्मनी
  84. विधुत पंखा - हीलर स्कॉट ह्वीलर - अमेरिका
  85. जहाज (भाप) - जे. सी. पेरियर - फ्रांस
  86. जहाज(टरबाइन)-होन. सर सी. पारसंस- इंग्लैंड
  87. हवाई जहाज - राइट ब्रदर्स - अमेरिका
  88. समुद्री जहाज - डेविड बुशनेल - अमेरिका
  89. वायुयान - ओरविल, विलबर राइट - अमेरिका
  90. प्रोपलर (जलयान) - फ्रांसिस स्मिथ - ब्रिटेन

  91. हेलीकॉप्टर (प्रारूपिक) - लाउन्वाय एवं बियेन्वेनु, इटनी ओहमिकेन - फ्रांस
  92. हेलिकॉप्टर (मानव चलित) - ई आर मम्फोर्ड - ब्रिटेन
  93. कार्बन पेपर - राल्फ वेजवुड - इंग्लैंड
  94. कम्प्यूटर - चार्ल्स बैवेज - ब्रिटेन
  95. कम्प्यूटर - ब्लेज़ पास्कल - फ्रांस
  96. इले. कम्प्यूटर - हावर्ड आइकॉन - अमेरिका
  97. इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर - डॉ. एलान एम. तुरिंग - इंगलैंड
  98. चीप (Memory Card) - जैक किल्बी - अमेरिका
  99. प्रिंटर - जे. डब्लू. रावैल - अमेरिका
  100. प्रिंटिंग प्रेस - जॉन गुटेनबर्ग - जर्मनी

विज्ञान जगत के आविष्कार, अविष्कारक व अविष्कारक से सम्बंधित स्थान : भाग 2



February 4, 2023

General Science : Disease

रोग अर्थात अस्वस्थ होना। यह चिकित्सा विज्ञान की मूलभूत धारणा है। प्रायः शरीर के पूर्णरूपेण कार्य करने में किसी प्रकार की कमी होना ही 'रोग' कहलाता है। जिस व्यक्ति को रोग हो जाता है उसे 'रोगी' कहते हैं। हिन्दी भाषा में 'रोग' को 'बीमारी' , 'रुग्णता', 'व्याधि' और 'विकार' भी कहते हैं।

शरीर में होने वाले रोग अग्न्याशय के रोग, कान, नाक और गले के रोग, ग्रासनाल के रोग, त्वचा रोग, पाचकतंत्र के रोग, बालरोग विज्ञान, मूत्राशय और प्रॉस्टेट ग्रंथि के रोग, यकृत और पित्ताशय के रोग, वृक्क के रोग, श्वसनतंत्र के रोग इत्यादि हैं |

आज के इस भाग में हम शरीर में होने वाले सभी रोगों की चर्चा करेंगे और उन्हें ट्रिक से याद करेंगे जो अक्सर परीक्षाओं में पूछे ही जाते हैं |



जीवाणु से होने वाले रोग :

Tricks : T  P       C  D         L   W          S   G

  • T - TB (तपेदिक)- टायफायड (अंतर ज्वर)- टिटनेस (धनुष रोग)
  • P - नियुमोनिया- प्लेग
  • C - कोलेरा (हेज)
  • D - दिफ्थेरिय
  • L - लप्रेसिया (कुस्ट रोग)
  • W - वूपिंग काफ (कूकर खांसी)
  • S  - सिपिरियस 
  • G - गोनेरी


विषाणु रोग

Tricks : S   A   P         I   C   R        D   K

  • S - सवाइन फ्लू
  • A - एड्स
  • P - पीलिया, पोलिया
  • I - इन्फ्लू एंजा
  • C - चेचक, छोटी माता
  • R - रेबिज, 
  • D - डेंगू
  • K - खसरा


प्रोटोजोआ से होने वाले रोग

Tricks : पापा काम पर सोते हैं

  • पापा - पाईरिया
  • का - काला जार
  • म - मलेरिया
  • पर - पेचिस
  • सोते हैं - निद्रा रोग


कवक से होने वाले रोग

Trick : गंजा दामाद खाए फ्रूट

  • गंजा - गंजापन
  • दामा - दमा
  • द - दाद
  • खा - खाज, खुजली
  • ए फ्रूट - अठेलिक फ्रूट


>>विज्ञान से सम्बंधित सभी प्रश्नों जो की वन लाइनर हैं यहाँ से पढ़ें ☟

Science Physics, Chemistry, Biology 650+ questions One Liner

Rajasthan GK में Confuse करने वाले प्रश्न

              राजस्थान ही नहीं अपितु हर राज्य में हर क्षेत्र में हर विषय ऐसे विवादास्पद और कंफ्यूज करने वाले प्रश्न मिलेंगे। आइये मिलते हैं राजस्थान से संबंधित प्रश्न जिन्हें देखकर आपको चौंकना नहीं है।

 


1. नौलखा

  1. नौलखा (नवलखा) बावड़ी -- डूंगरपुर
  2. नौलखा  (नवलखा) दरवाजा -- रणथंबोर 
  3. नौलखा (नवलखा) बुर्ज -- चित्तौड़गढ़ 
  4. नौलखा (नवलखा) महल -- उदयपुर 
  5. नौलखा (नवलखा) मंदिर -- पाली


2. विजय स्तम्भ

  1. राजस्थान का प्रथम विजय स्तंभ -- बयाना  भरतपुर (सुंदर गुप्त)
  2. राजस्थान का दूसरा विजय स्तंभ -- मंडोर जोधपुर 
  3. राजस्थान का तीसरा व सबसे बड़ा विजय स्तंभ -- चित्तौड़गढ़  (राणा कुंभा)
  4. राजस्थान का चौथा विजय स्तंभ -- आहुआ पाली (कुशाल सिंह)
  5. राजस्थान का पांचवा विजय स्तंभ -- जैसलमेर


3. सावन भादो

  1. सावन भादो झरना -- जोधपुर 
  2. सावन भादो परियोजना -- कोटा 
  3. सावन भादो महल -- डीग (भरतपुर) 
  4. सावन भादो झील -- अचलगढ़ (सिरोही)
  5. जयसमंद बांध -- अलवर


4. गणगौर

  1. बिना ईश्वर की गणगौर -- जैसलमेर 
  2. बिना पार्वती की गणगौर -- बीकानेर 
  3. गुलाबी गणगौर -- नाथद्वारा

नोट: आप लोग कन्फ्यूज मत होइए धीगां गणगौर उदयपुर ओर जोधपुर दोनों में  मनाई जाती है

Opation साथ में होंगे नही अगर साथ में ही है तो ध्यान रखे धीगां बेतमार गणगौर आए तो जोधपुर में करना देना बाकी सीधा आए तो उदयपुर ।

क्योंकि इस प्रश्न का उत्तर बोर्ड ने उदयपुर माना है ।


राजस्थान प्रमुख अकादमियां

1. राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी

  1. इसकी स्थापना 1969 में एक स्वायत्त संस्था के रूप में हुई थी।
  2. अपनी स्थापना के बाद से, यह अकादमी विज्ञान, तकनीकी, मानविकी, वाणिज्य, सामाजिक विज्ञान और शिक्षा आदि विषयों में हिंदी माध्यम में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए पाठ्यक्रम सामग्री प्रदान करती है।
  3. इस पाठ्य सामग्री में पाठ्यपुस्तकें हैं और संदर्भ ग्रंथ भी हैं।

2. राजस्थान साहित्य  अकादमी

  1. यह 28 जनवरी, 1958 को राज्य सरकार द्वारा एक सरकारी इकाई के रूप में स्थापित किया गया था अकादमीऔर इसे 8 नवंबर, 1962 को स्वायत्तता दी गई थी।
  2. यह राजस्थान के सांस्कृतिक और साहित्यिक पुनर्निर्माण और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।

3. राजस्थान संस्कृत अकादमी

  1. इसकी स्थापना वर्ष 1980 में राजस्थान सरकार द्वारा संस्कृत दिवस के अवसर पर की गई थी।
  2. यह संस्कृत अकादमी की स्थापना के मूल उद्देश्यों के बीच संस्कृत भाषा और उसके 👉साहित्य के संरक्षण, विकास और प्रचार के लिए स्थापित किया गया था।

4. राजस्थान बृज भाषा अकादमी

  1. इसकी स्थापना 1986 में हुई थी।
  2. यह एक स्वायत्त संगठन है जो राजस्थान राज्य में ब्रज साहित्य के प्रचार और विकास के लिए काम करता है।
  3. यह अब तक राजस्थान में ब्रज भाषा में लिखी गई बहुमूल्य पांडुलिपियों की खोज और प्रकाशन का कार्य करता है।



February 3, 2023

RSET (Rajasthan State Eligibility Test) - Syllabus - L I S

The below syllabus is mentioned for the reference, in future we will update the RSET syllabus, still you can start your preparation and go ahead. This is the expected syllabus.



Maharashtra State Eligibility Test for Lectureship
Conducted by the University of Pune
(AS THE STATE AGENCY)
SYLLABUS
Subject: Library and Information Science 




Unit – I
  1. Data, Information, Knowledge and Wisdom.
  2. Information Life Cycle - Generation, Collection, Storage and Dissemination. 
  3. Role of Information in Planning, Management, Socio-economic, Cultural, Educational and Technological Development.
  4. Information Science - Relationship with other subjects, Information Society and Knowledge Society.
  5. Communication – Concept, Types, Theories, Models, Channels and Barriers; Trends in Scholarly Communication.
  6. Information Industry - Generators, Providers and Intermediaries.
  7. IPR and Legal Issues - Categories, Conventions, Treaties, Laws.
  8. Plagiarism: Concept and Types.
  9. Right to Information Act (RTI); Information Technology Act.
  10. National Knowledge Commission; National Mission on Libraries.

Unit – II
  1. Historical Development of Libraries in India; Committees and Commissions on Libraries in India.
  2. Types of Libraries – Academic, Public, Special and National.
  3. Library Legislation and Library Acts in Indian States; The Press and Registration of Books Act; The Delivery of Books and Newspapers (Public Libraries) Act. 
  4. Laws of Library Science.
  5. Library and Information Science Profession - Librarianship as a Profession, Professional Skills and Competences; Professional Ethics.
  6. Professional Associations - National – ILA, IASLIC, IATLIS; International – IFLA, ALA, CILIP, ASLIB, SLA; Role of UGC, RRRLF and UNESCO in Promotion and Development of Libraries.
  7. Library and Information Science Education in India.
  8. Library Public Relations and Extension Activities.
  9. Type of Users - User Studies, User Education.
  10. Information Literacy - Areas, Standards, Types and Models; Trends in Information Literacy.

Unit – III
  1. Information Sources - Nature, Characteristics, Types and Formats.
  2. Sources of Information - Primary, Secondary and Tertiary; Documentary and Non-Documentary.
  3. Primary Information Sources (Print and Electronic) - Journals, Conference Proceedings, Patents, Standards, Theses & Dissertations, Trade Literature.
  4. Secondary Information Sources (Print and Electronic) - Dictionaries, Encyclopedias, Bibliographies, Indexing & Abstracting, Statistical sources, Handbooks and Manuals.
  5. Tertiary Information Sources (Print and Electronic)- Directories, Year Books, Almanacs.
  6. Reference Sources - Bibliographical, Biographical, Educational, Language and Geographical.
  7. Electronic Information Resources - Subject Gateways, Web Portals, Bulletin Boards, Discussion Forums /Groups.
  8. Databases: Bibliographic, Numeric, Full text, Multimedia; Open Access Databases.
  9. Institutional and Human Resources.
  10. Evaluation of Reference Sources and Web Resources.

Unit - IV
  1. Community Information Services.
  2. Reference Service – Concept and Types; Referral Services
  3. Alerting Services - CAS, SDI, Inter Library Loan and Document Delivery. 
  4. Mobile based Library Services and Tools – Mobile OPAC, Mobile Databases, Mobile Library Website, Library Apps, Mobile Library Instructions, Augmented Reality, SMS Alerts, Geo-Location, Reference Enquiry.
  5. Web 2.0 and 3.0 - Library 2.0- Concept, Characteristics, Components; Instant Messaging, RSS Feeds, Podcasts, Vodcasts, Ask a Librarian
  6. Collaborative Services- Social Networks, Academics Social Networks, Social Tagging, Social Bookmarking.
  7. Web – Scale Discovery Services
  8. National Information Systems and Networks: NISCAIR, DESIDOC, SENDOC, ENVIS, INFLIBNET, DELNET, NICNET, ERNET, National Knowledge Network (NKN), Biotechnology Information System Network
  9. International Information Systems and Networks: INIS, AGRIS, INSPEC, MEDLARS, BIOSIS, ERIC, Patent Information System (PIS), Biotechnology Information System (BIS).
  10. Library Resource Sharing and Library Consortia – National and International.

Unit - V
  1. Universe of Knowledge - Nature and Attributes; Modes of Formation of Subjects. 
  2. Knowledge Organisation - Classification – Theories, Cannons, and Principles; Simple Knowledge Organisation System (SKOS), Taxonomies, Folksonomy, Trends in Classification.
  3. Mapping of Subjects in Library Classification Schemes – DDC, UDC and CC. 
  4. Knowledge Organisation: Cataloguing - Cannons and Principles; Centralized and Co-operative Catalogue; Library Cataloguing Codes: CCC and AACR - II. 
  5. Standards of Bibliographic Record Formats and Description – ISBD, MARC 21, CCF, RDA, FRBR, Bibframe.
  6. Standards for Bibliographic Information Interchange & Communication – ISO 2709, Z39.50, Z39.71.
  7. Metadata Standards: Dublin Core; MARC21, METS, MODES, EAD. 
  8. Indexing Systems and Techniques: Assigned - Pre-coordinate; Post-Coordinate; Derived- Title-based; Vocabulary Control.
  9. Abstracting – Types and Guidelines.
  10. Information Retrieval System – Features, Components, Models and Evaluation.

Unit - VI
  1. Management - Principles, Functions and Schools of thought.
  2. Library and Information Centers Management - Book Selection Tools and Principles; Library Acquisition, Technical Processing, Circulation, Serial Control, Maintenance and Stock Verification; Preservation and Conservation; Hazards and Control Measures of Library Materials.
  3. Human Resource Management – Planning, Job Analysis, Job Description, Job Evaluation, Selection, Recruitment, Motivation, Training and Development, Performance Appraisal; Staff Manual.
  4. Financial Management in Libraries - Sources of Finance, Resource Mobilisation, Budgeting Methods; Cost Effective and Cost Benefit Analysis, Annual Reports & Statistics; Library Authority and Committee.
  5. Project Management - SWOT, PEST, PERT / CPM.
  6. Total Quality Management (TQM) - Concepts, Principles and Techniques, Six Sigma; Evaluation of Services of Libraries and Information Centers.
  7. Library Building, Furniture and Equipments; Green Library Building; Information Commons; Makers Space; Security and Safety.
  8. Management Information System (MIS), MBO, Change Management, Disaster Management, Crisis Management.
  9. Knowledge Management – Principles, Tools, Components and Architecture. 
  10. Marketing of Library Products and Services – Plan, Research, Strategies, Mix, Segmentation, Pricing and Advertising; Management Consultancy.

Unit - VII
  1. Computer Technology - Character Representation (ASCII, ISCII, Unicode); Computer Hardware, Software; Storage Devices; Input and Output Devices. 
  2. Types of Software - System Software, Application Software.
  3. Programming Languages – Object Oriented, Procedural, High Level, Scripting; Web Languages.
  4. Telecommunication - Transmission Channels, Mode, and Media, ISDN, PSDN, Multiplexing, Modulation, Standards and Protocols.
  5. Wireless Communication – Media, Wi-fi, Li-fi, Satellite Communication, Mobile Communication.
  6. Computer Networks - Topologies, Types of Networks – LAN, MAN, WAN. 
  7. Internet - Web browsers, WWW, E-mail; Search Engines, Meta and Entity Search engines.
  8. Internet Protocols and Standards – HTTP, SHTTP, FTP, SMTP, TCP/IP, URI, URL. 
  9. Hypertext, Hypermedia, Multimedia, Video conferencing, Virtual Reality, Augmented Technologies.
  10. Data Security, Network Security, Firewalls, Cryptographic Techniques, Anti-virus software, Anti-spyware, Intrusion Detection System.

Unit – VIII
  1. Library Automation – Areas, Planning, Selection of Hardware and Software, Implementation and Evaluation; Standards for Library Automation.
  2. Barcode, RFID, QR Code, Biometric, Smartcard: Features and Applications. 
  3. Digitization – Planning, Selection of Materials, Hardware, Software, Process, Issues. 
  4. Digital Library: Genesis, Characteristics, Types, Architecture; Standards, Formats and Protocols, DOI.
  5. Digital Preservation - Need, Purpose, Standards, Methods, Techniques, Projects (National and International).
  6. Digital Library Initiatives – National and International.
  7. Institutional Repositories - Need, Purpose, Types and Tools; Institutional Repositories in India; ROAR, DOAR, SHARPA-ROMIO.
  8. Content Management Systems – Architecture, Data Integration, CMS Software – Selection, Implementation and Evaluation.
  9. Application of Artificial Intelligence, Expert Systems and Robotics in Libraries; Social Mobile Analytics Cloud (SMAC); Cloud Computing.
  10. Ontology – Tools (RDF, RDFS, Potege); Semantic Web, Linked Data, Big Data, Data Mining, Data Harvesting.

Unit – IX
  1. Research - Concept, Purpose, Functions, Scope and Ethics; Types of Research – Basic and Applied, Interdisciplinary and Multidisciplinary.
  2. Research Methods: Historical, Descriptive, Experimental and Delphi. 
  3. Research Design - Selection of Research Problem, Review of Literature; Formulation of Research Problem; Hypothesis – Formulation, Types and Testing; Sampling Techniques.
  4. Methods of Data Collection: Questionnaire, Interview, Observation, Library Records, Scales and Checklist.
  5. Data Analysis and Interpretation - Presentation of Data; Statistical Methods/ Techniques.
  6. Statistical Packages – Spreadsheet, SPSS, Bibexcel, ‘R’ Statistics.
  7. Research Report Writing and Citation Tools – Structure, Style, Contents, Guidelines; Style Manuals; Online Citation Tools; Reference Style Management Tools; Anti plagiarism Tools; Evaluation of Research Report.
  8. Metric Studies in LIS - Bibliometrics, Scientometric, Webometrics, Altmetrics; 
  9. Impact Factors – Journal, Institutional and Authors; h-Index, g-Index, i10 Index. 
  10. Trends in Library and Information Science Research.

Unit –X
  1. Academic Library and Information System.
  2. Public Library and Information System.
  3. Special Library and Information System.
  4. Health Science Library and Information System.
  5. Corporate Library and Information System.
  6. Agricultural Library and Information System.
  7. Engineering and Technological Library and Information System.
  8. Archive, Museums and Oriental Libraries.
  9. Community Information System.
  10. Information Services and System for Persons with Disability, Children and Women.



RSET (State Eligibility Test) 2023 Notification Released and Apply Online Form

            इस लेख में हमने RSET (Rajasthan State Eligibility Test) का विस्तृत पाठ्यक्रम का वर्णन परीक्षा रणनीति के अनुसार किया है। आगामी राजस्थान SET परीक्षा के लिए पूरी जानकारी आपको नहीं है, तो मेरा सुझाव है कि आप इस लेख को पूरा पढ़ें।


            यह परीक्षा UGC NET जैसी ही है किन्तु यह राज्य स्तर की परीक्षा है और इसका उपयोग सिर्फ आप राजस्थान राज्य में ही कर सकते हैं | इस लेख को सावधानी के साथ पढ़ें और अपनी पात्रता को सुनिश्चित करें | अपनी परीक्षाओं की रणनीतियां अभी से तैयार कर ले |

परीक्षा सम्बंधित विशेष बिंदु :

  1. आखरी बार यह एग्जाम 2013 में लिया गया था | बता दें कि यह परीक्षा नौ सालों बाद आयोजित की जा रही है। 
  2. आवेदन प्रक्रिया शुरू = 12 जनवरी, 2023 से
  3. आवेदन करने की अंतिम तिथि = 11 फरवरी, 2023 तक
  4. आधिकारिक सूचना के अनुसार, राजस्थान स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन मार्च में 19 तारीख, 2023 को किया जाएगा। 
  5. परीक्षा एलिजिबिलिटी : स्नातकोत्तर (PG) में 55% के उत्तीर्ण होना चाहिए या अपियरिंग होना चाहिए |
  6. परीक्षा में प्रश्न पत्र दोनों भाषाओं इंग्लिश व हिंदी में उपलब्ध होगा और त्रुटी होने पर इंग्लिश भाषा को प्राथमिकता दी जायेगी |
  7. परीक्षा उत्तीर्ण करने हेतु कम से कम अनारक्षित वर्ग को 40% अंक लाने अनिवार्य होंगे दोनों पेपर में अलग अलग | आरक्षित वर्क को 35% तक की छूट दी गयी है |

परीक्षा का आयोजक :

            इस बार परीक्षा का आयोजन गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा करेगा, जबकि इसके पहले एग्जाम का संचालन आरपीएससी यानी कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) करता था लेकिन इस बार यह जिम्मा जीजीटीयू को सौंपा गया है। 

पात्रता हेतु आवशकता :

            राजस्थान के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों मे असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए आयोजित होने वाली इस भर्ती परीक्षा के लिए अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को कम से कम 55 फीसदी अंकों के साथ मास्टर डिग्री होनी चाहिए। वहीं आरक्षित और दिव्यांग अभ्यर्थियों को पीजी में 50 फीसदी अंक होने चाहिए।

आवेदन शुल्क :

            राजस्थान SET परीक्षा 2023 के लिए आवेदन करने वाले जनरल उम्मीदवारों को 1500 रुपये फीस देनी होगी, जबकि ईडब्ल्यूएस / एसबीसी अभ्यर्थी को इस परीक्षा के 1200 रुपये का शुल्क देना होगा। वहीं, एससी, एसटी और दिव्यांग अभ्यर्थियों को 750 रुपये का शुल्क देना होगा।

प्रश्न पत्र से सम्बंधित बिंदु : 

  1. Rajasthan SET लिखित परीक्षा में 2 पेपर होते हैं। पेपर 1 सभी के लिए एक सामान होगा, पेपर 2 के अंतर्गत शामिल विषयों में से किसी एक विषय का चयन करना होगा।
  2. पेपर 1 - Reasoning Ability, Reading Comprehension, Divergent Thinking And General Awareness - 50 प्रश्न - 100 मार्क्स
  3. पेपर 2 - Subject Related Section - 100 प्रश्न - 200 मार्क्स (i.e. लाइब्रेरियन)
  4. समय सीमा - 180 मिनट (3 hour) में पूरा करना होगा ।
  5. गलत उत्तर के लिए किसी भी तरह की नेगेटिव मार्किंग नहीं है।

Rajasthan SET Syllabus in Hindi / विवरण सहीत :

पेपर 1 सिलेबस 

इकाई – 1 शिक्षण अभिवृत्ति

  • शिक्षण: अवधारणाएं, उद्देश्य, शिक्षण का स्तर ( स्मरण शक्ति, समझ और विचारात्मक), विशेषताएं और मूल अपेक्षाएं
  • शिक्षार्थी की विशेषताएं: किशोर और वयस्क शिक्षार्थी की अपेक्षाएं (शैक्षिक, सामाजिक / भावनात्मक और संज्ञानात्मक, व्यक्तिगत भिन्नताएँ
  • शिक्षण प्रभावक तत्त्व : शिक्षक, सहायक सामग्री, संस्थागत सुविधाएं, शैक्षिक वातावरण
  • उच्च अधिगम संस्थाओं में शिक्षण की पद्धति : अध्यापक केंद्रित बनाम शिक्षार्थी केंद्रित पद्धति, ऑफ लाइन बनाम ऑन-लाइन पद्धतियां (स्वयं, स्वयंप्रभा मूक्स इत्यादि) ।
  • शिक्षण सहायक प्रणाली : परंपरागत आधुनिक और आई सी टी आधारित ।
  • मूल्यांकन प्रणालियां : मूल्यांकन के तत्त्व और प्रकार, उच्च शिक्षा में विकल्प आधारित क्रेडिट प्रणाली में मूल्यांकन, कंप्यूटर आधारित परीक्षा, मूल्यांकन पद्धतियों में नवाचार ।

इकाई – 2 शोध अभिवृत्ति

  • शोधः अर्थ, प्रकार और विशेषताएं, प्रत्यक्षवाद एवं उत्तर प्रत्यक्षवाद शोध के उपागम
  • शोध पद्धतियां : प्रयोगात्मक, विवरणात्मक, ऐतिहासिक, गुणात्मक एवं मात्रात्मक
  • शोध के चरण :
  • शोध प्रबन्ध एवं आलेख लेखन : फार्मेट और संदर्भ की शैली
  • शोध में आई सी टी का अनुप्रयोग
  • शोध नैतिकता

इकाई – 3 बोध

  • एक गद्यांश दिया जाएगा, उस गद्यांश से पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देना होगा।

इकाई – 4 संप्रेषण

  • संप्रेषण : संप्रेषण का अर्थ, प्रकार और अभिलक्षण
  • प्रभावी संप्रेषण वाचिक एवं गैर- – वाचिक, अन्तः सांस्कृतिक एवं सामूहिक संप्रेषण, कक्षा-संप्रेषण
  • प्रभावी संप्रेषण की बाधाएं
  • जन-मीडिया एवं समाज

इकाई – 5 गणितीय तर्क और अभिवृत्ति

  • तर्क के प्रकार
  • संख्या श्रेणी, अक्षर श्रृंखला, कूट और संबंध
  • गणितीय अभिवृत्ति (अंश, समय और दूरी, अनुपात, समानुपात, प्रतिशतता, लाभ और हानि व्याज और छूट, औसत आदि)

इकाई – 6 युक्तियुक्त तर्क

  • युक्ति के ढांचे का बोध युक्ति के रूप, निरुपाधिक तर्कवाक्य का ढाँचा, अवस्था और आकृति, औपचारिक एवं अनौपचारिक युक्ति दोष, भाषा का प्रयोग, शब्दों का लक्ष्यार्थ और वस्त्वर्थ, विरोध का परंपरागत वर्ग
  • युक्ति के प्रकार निगमनात्मक और आगमनात्मक युक्ति का मूल्यांकन और विशिष्टीकरण
  • अनुरूपताएं
  • वेण का आरेख : तर्क की वैधता सुनिश्चित करने के लिए वेण आरेख का सरल और बहुप्रयोग
  • भारतीय तर्कशास्त्र ज्ञान के साधन
  • प्रमाण प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द, अर्थापत्ति और अनुपलब्धि।
  • अनुमान की संरचना, प्रकार, व्याप्ति, हेत्वाभास।

इकाई – 7 आंकड़ों की व्याख्या

  • आंकड़ों का स्रोत, प्राप्ति और वर्गीकरण
  • गुणात्मक एवं मात्रात्मक आंकडें
  • चित्रवत वर्णन (बार-चार्ट, हिस्टोग्राम, पाई चार्ट, टेबल चार्ट और रेखा चार्ट) और आंकड़ों का मान चित्रण
  • आंकड़ों की व्याख्या
  • आंकड़े और सुशासन

इकाई – 8 सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी)

  • आई सी टी : सामान्य संक्षिप्तियां और शब्दावली
  • इंटरनेट, इन्ट्रानेट, ई-मेल, श्रव्य दृश्य कांफ्रेसिंग की मूलभूत बातें
  • उच्च शिक्षा में डिजिटल पहले
  • आई सी टी और सुशासन

इकाई – 9 लोग, विकास और पर्यावरण

  • विकास और पर्यावरण : मिलेनियम विकास और संपोषणीय विकास का लक्ष्य
  • मानव और पर्यावरण संव्यवहार : नृजातीय क्रियाकलाप और पर्यावरण पर उनके प्रभाव पर्यावरणपरक मुद्दे : स्थानीय, क्षेत्रीय और वैश्विक, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, अपशिष्ट (ठोस, तरल, बायो मेडिकल, जोखिमपूर्ण, इलैक्ट्रानिक) जलवायु परिवर्तन और इसके सामाजिक आर्थिक तथा राजनीतिक आयाम
  • मानव स्वास्थ्य पर प्रदूषकों का प्रभाव
  • प्राकृतिक और उर्जा के स्रोत, सौर, पवन, मृदा, जल, भू-ताप, बायो-मास, नाभिकी और वन प्राकृतिक जोखिम और आपदाएं: न्यूनीकरण की युक्तियां
  • पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम (1986), जलवायु परिवर्तन संबंधी राष्ट्रीय कार्य योजना, अन्तर्राष्ट्रीय समझौते / प्रयास – मोंट्रीयल प्रोटोकॉल, रियो सम्मलेन, जैव विविधता सम्मेलन, क्योटो प्रोटोकॉल, पेरिस समझौता, अंतरराष्ट्रीय सौर संधि

इकाई – 10 उच्च शिक्षा प्रणाली

  • उच्च अधिगम संस्थाएं और प्राचीन भारत में शिक्षा
  • स्वतंत्रता के बाद भारत में उच्च अधिगम और शोध का उद्भव भारत में प्राच्य, पारंपरिक और गैर-पारंपरिक अधिगम कार्यक्रम
  • व्यावसायिक / तकनीकी और कौशल आधारित शिक्षा
  • मूल्य शिक्षा और पर्यावरणपरक शिक्षा नीतियां, सुशासन, राजनीति और प्रशासन

पेपर 2 – विषयानुसार होगा

नोट : लाइब्रेरी विषय का सिलेबस जल्द ही उपलब्ध करवा दिया जाएगा |

Expected Syllabus

Rajasthan SET Syllabus in Hindi Download


परीक्षा पास करने की रणनीतियां :

  1. सबसे पहले SET से सम्बंधित सिलेबस को डाउनलोड कर लें |
  2. फिर पेपर 1 के विषयों के मुख्य मुख्य बिन्दुओं को जो आप आसानी से तैयार कर सकते हैं को तैयार करें |
  3. फिर पेपर 2 के विषय के सभी बिन्दुओं को पढ़ें |
  4. जो भी आप पढ़ें उसे बार बार स्मरण करते रहे |
  5. जो भी आप पढ़ें उसे हडबडाहट में न पढ़ें बल्कि उसे शांत चित के साथ पढ़ें | ताकि जो पढ़ें वह लम्बे समय तक याद रहे |
  6. समय सीमा के साथ ही तैयारी करें | ताकि समय पर सभी प्रश्न हल कर पाएं |
  7. तिथियों को लिखकर एक पैटर्न के साथ तैयार करें | 
  8. विषय की कोई अच्छी किस्म की ही किताब पढ़ें |
  9. पेपर 10 दिन पहले से जो पढ़ चुके हैं बस उसका रिविजन करते रहे | आपका चुनाव निश्चित ही हो जाएगा |


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