राजस्थान ही नहीं अपितु हर राज्य में हर क्षेत्र में हर विषय ऐसे विवादास्पद और कंफ्यूज करने वाले प्रश्न मिलेंगे। आइये मिलते हैं राजस्थान से संबंधित प्रश्न जिन्हें देखकर आपको चौंकना नहीं है।
1. नौलखा
- नौलखा (नवलखा) बावड़ी -- डूंगरपुर
- नौलखा (नवलखा) दरवाजा -- रणथंबोर
- नौलखा (नवलखा) बुर्ज -- चित्तौड़गढ़
- नौलखा (नवलखा) महल -- उदयपुर
- नौलखा (नवलखा) मंदिर -- पाली
2. विजय स्तम्भ
- राजस्थान का प्रथम विजय स्तंभ -- बयाना भरतपुर (सुंदर गुप्त)
- राजस्थान का दूसरा विजय स्तंभ -- मंडोर जोधपुर
- राजस्थान का तीसरा व सबसे बड़ा विजय स्तंभ -- चित्तौड़गढ़ (राणा कुंभा)
- राजस्थान का चौथा विजय स्तंभ -- आहुआ पाली (कुशाल सिंह)
- राजस्थान का पांचवा विजय स्तंभ -- जैसलमेर
3. सावन भादो
- सावन भादो झरना -- जोधपुर
- सावन भादो परियोजना -- कोटा
- सावन भादो महल -- डीग (भरतपुर)
- सावन भादो झील -- अचलगढ़ (सिरोही)
- जयसमंद बांध -- अलवर
4. गणगौर
- बिना ईश्वर की गणगौर -- जैसलमेर
- बिना पार्वती की गणगौर -- बीकानेर
- गुलाबी गणगौर -- नाथद्वारा
नोट: आप लोग कन्फ्यूज मत होइए धीगां गणगौर उदयपुर ओर जोधपुर दोनों में मनाई जाती है
Opation साथ में होंगे नही अगर साथ में ही है तो ध्यान रखे धीगां बेतमार गणगौर आए तो जोधपुर में करना देना बाकी सीधा आए तो उदयपुर ।
क्योंकि इस प्रश्न का उत्तर बोर्ड ने उदयपुर माना है ।
राजस्थान प्रमुख अकादमियां
1. राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी
- इसकी स्थापना 1969 में एक स्वायत्त संस्था के रूप में हुई थी।
- अपनी स्थापना के बाद से, यह अकादमी विज्ञान, तकनीकी, मानविकी, वाणिज्य, सामाजिक विज्ञान और शिक्षा आदि विषयों में हिंदी माध्यम में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए पाठ्यक्रम सामग्री प्रदान करती है।
- इस पाठ्य सामग्री में पाठ्यपुस्तकें हैं और संदर्भ ग्रंथ भी हैं।
2. राजस्थान साहित्य अकादमी
- यह 28 जनवरी, 1958 को राज्य सरकार द्वारा एक सरकारी इकाई के रूप में स्थापित किया गया था अकादमीऔर इसे 8 नवंबर, 1962 को स्वायत्तता दी गई थी।
- यह राजस्थान के सांस्कृतिक और साहित्यिक पुनर्निर्माण और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
3. राजस्थान संस्कृत अकादमी
- इसकी स्थापना वर्ष 1980 में राजस्थान सरकार द्वारा संस्कृत दिवस के अवसर पर की गई थी।
- यह संस्कृत अकादमी की स्थापना के मूल उद्देश्यों के बीच संस्कृत भाषा और उसके 👉साहित्य के संरक्षण, विकास और प्रचार के लिए स्थापित किया गया था।
4. राजस्थान बृज भाषा अकादमी
- इसकी स्थापना 1986 में हुई थी।
- यह एक स्वायत्त संगठन है जो राजस्थान राज्य में ब्रज साहित्य के प्रचार और विकास के लिए काम करता है।
- यह अब तक राजस्थान में ब्रज भाषा में लिखी गई बहुमूल्य पांडुलिपियों की खोज और प्रकाशन का कार्य करता है।
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