March 22, 2023

Library Chronological Development

            नीचे के खंड में, हम पुस्तकालय विज्ञान के कालानुक्रमिक या अनुक्रमिक विकास पर चर्चा कर रहे हैं। भारत में इसका श्रेय सर रंगनाथन को जाता है, वे पुस्तकालय के विकास के लिए एक बेहतरीन प्रयास कर रहे थे, वास्तव में कहा जाए तो उनके प्रयासों को गिना या तुला नहीं जा सकता, उनके प्रयास अतुलनीय हैं | 

            इस भाग में आप जानेंगे कैसे और कब एक शब्द जो लैटिन भाषा के "LIBER" शब्द से आया और लाब्ररी शब्द बन गया | आज वो महज एक शब्द नहीं है, बल्कि एक पूरा संस्थान या कहें कि एक पूरा युग है, जिसने शिक्षा के ढाँचे में बेहतरीन बदलाव किये हैं | 





1300 to 1799 Library development:
  1. ‘Library' शब्द का प्रथम प्रयोग 'Oxford Dictionary' द्वारा 1374 में किया गया था ।
  2. ‘Bibliothec Nationale' पुस्तकालय की स्थापना 1461 में की गयी थी, जो फ्रांस का राष्ट्रीय पुस्तकालय हैं ।
  3. 1652 में जयपुर का पहला पुस्तकालय जिसे आमेर में राजा मान सिंह द्वारा स्थापित किया गया था।

1800 to 1850 Library development:

  1. 1800 में Library of Congress (राष्ट्रीय पुस्तकालय, USA) की स्थापना की गयी थी। यह वर्तमान में विश्व की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है।
  2. Delivery and Registration of Publications Act of Bombay कानून सन 1808 में पास किया गया।
  3. भारत के राष्ट्रीय पुस्तकालय की स्थापना सन 1836 ई० में  'Culcutta Public Library’ के नाम से हुई थी जिसे सन 1902 ई० में 'Impirial Library' में मिला दिया गया।
  4. 1841 ई० में British Museum Code (Pinizi Codes) का निर्माण Pinzi महोदय द्वारा किया गया।
  5. 1850 में प्रथम पुस्तकालय अधिनियम Great Britain में लागू किया गया।
  6. पुस्तकालय आन्दोलन की दिशा में विश्व में इस प्रकार का प्रथम प्रयास इंगलैंड में सन् 1850 में 'Public Library Act' के द्वारा किया गया। 

1851 to 1899 Library development:

  1. सन 1852 में British Patent Law लागू हुआ। सन 1856 में Intellectual Property Right Act of India पारित हुआ जो British Patent Law पर आधारित था।
  2. सन 1852 में Roget's Thesaurus का विकास किया गया।
  3. सन 1867 में Press and Registration of books Act लागू किया गया।
  4. 1876 में Melvil Dewey के द्वारा Dewey Decimal Classification(DDC) की रचना की गई। 1876 में ही American Library Association (ALA) की स्थापना की गई।
  5. 1876 में C A Cutter द्वारा Rules for a Dictionary Catalogue की रचना की गई।
  6. 1876 में पुस्तकालय विज्ञान का पहला जर्नल "Library Journal" प्रकाशित किया गया जिसके संपादक Melvil Dewey थे।
  7. 1877 में Library Association (LA), UK की स्थापना की गई। 
  8. डेवी महोदय सन 1883 में न्यूयॉर्क शहर के कोलंबिया कॉलेज के पुस्तकालयाध्यक्ष बने ।
  9. सन 1886 में कॉपीराइट/ बौद्धिक संपदा अधिकार पर प्रसिद्ध "Berne" convention का आयोजन किया गया।
  10. 1887 में डेवी महोदय ने दुनिया का पहला पुस्तकालय स्कूल "School of Library Economy" स्थापित किया।
  11. Melvil Dewey 1889 में वे न्यूयॉर्क स्टेट लाइब्रेरी के निदेशक भी बने।
  12. 1891 में C. A. Cutter द्वारा Expansive Classification का विकास | 
  13. 1891 ई० में लाडकर्जन ने कई सचिवालय पुस्तकालय को मिला कर इंपीरियल लाइब्रेरी की स्थापना की। डॉ० एस. आर. रंगनाथन (भारतीय पुस्तकालय विज्ञान के जनक) का जन्म 12 अगस्त 1892 को शियाली मद्रास (वर्तमान चेन्नई) में हुआ था हालांकि कई साहित्यों में जन्म 9 अगस्त 1892 भी दर्ज है। 
  14. FID की स्थापना 12 सितंबर 1895 को ब्रूसेल्स (Brussels) में Paul Otlet (1866-1944) और Henri La Fontaine (1854-1943) द्वारा 'International Institute of Bibliography' के नाम से किया गया था।
  15. 1898 में विषय शीर्षक निर्माण के लिए Library of Congress Subject Headings की रचना की गई।

1900 to 1950 Library development: 

  1. 1900 में राय बहादुर ईशान द्वारा गार्डन लाइब्रेरी, जयपुर की स्थापना। 
  2. 1902 ई० में कलकत्ता पब्लिक लाइब्रेरी को 'Impirial Library' मिला दिया गया।
  3. इस नवीन Imperial Library of India को 30 जनवरी 1903 ई० के दिन मेडकॉफ हॉल में जनता के उपयोगतार्थ खोल दिया गया।
  4. सन 1904 में Library of Congress Classification का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ।
  5. सन 1905 में Universal Decimal Classification (UDC) का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ।
  6. सन 1906 में Subject Classification का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ।
  7. 1908 में AACR (Anglo-American Cataloguing Rules) का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ ।
  8. 1909 में Special Library Association (SLA) की स्थापना।
  9. भारत में पुस्तकालय आन्दोलन का श्री गणेश 1910 में बड़ौदा के नरेश शिवाजी राव गायकवाड तृतीय के प्रयास से हुआ। उन्हें भारतीय पुस्तकालय आंदोलन के जनक के तौर पर भी जाना जाता है। 
  10. 1911 में मेल्विल डेवी के छात्र A. W. Borden द्वारा सियाजी राव गायकवाड़ तृतीय के प्रयास से भारत में Refresher course for librarians" की शुरुआत।
  11. 1923 को Sears List of Subject Headings (SLSH) का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ।
  12. 1924 में Association of Special Libraries and Information Bureau (ASLIB) की स्थापना।
  13. 1927 में International Federation of Library Associations and Institutions (IFLA) की स्थापना ।
  14. रंगनाथन द्वारा 1928 ई० में पुस्तकालय विज्ञान के पाँच सूत्रों का प्रतिपादन किया गया।
  15. 1930 ई० में के एम असदुल्ला 'Imperial Library of India' के पुस्तकालयाध्यक्ष बने। इन्होंने 1935 ई० में 6 मास का पुस्तकालय प्रशिक्षण प्रारंभ किया।
  16. 1930 में सानाथन साहब द्वारा औल एशिया एजुकेशन कोन्फ्रेंस, वाराणसी में आदर्श पुस्तकालय अधिनियम को पेश किया गया था।
  17. 1931 में "Five Laws of Library Science" पुस्तक के रूप में प्रकाशित हुआ । 
  18. 1931 में International Institute of Documentation की स्थापना की गई।
  19. 1931 में आधुनिक पुस्तकालय वर्गीकरण के जनक Melville Dewey को मृत्यु हो गई।
  20. 1933 में Colon Classification (CC) का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ ।
  21. 1933 में India Library Association (ILA) की स्थापना ।
  22. 1934 में Classified Cataloguing Code (CCC) का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ |
  23. 1934 में Headquarter of International Federation of Documentation (FID) का मुख्यालय Brussels से Hague स्थानांतरित किया गया।
  24. 1935 में ब्लीस द्वारा Bibliographic Classification की रचना।
  25. सन 1937 में International Institute of Documentation का नाम International Federation of Documentation कर दिया गया।
  26. सन 1946 में United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization (UNESCO) की स्थापना की गई। 
  27. 1948 ई० में भारत सरकार ने एक अधिनियम के तहत 'Imperial Library of India' का राष्ट्रीय पुस्तकालय का नाम दिया और बी० एस० केशवन इसके प्रथम पुस्तकालयाध्यक्ष बने ।प्रथम पुस्तकालय अधिनियम 1948 में मद्रास सार्वजनिक पुस्तकालय अधिनियम के रूप में पारित हुआ।
  28. सर्वप्रथम 1948 में राधा कृष्णन आयोग  ने विद्यालय शिक्षा में ग्रन्थालयों को महत्व दिया।
  29. यूनेस्को ने अपने सदस्य देशों के लिए सार्वजनिक ग्रंथालय मैनिफेस्टों को 1949 में तैयार किया |

1951 to 1970 Library development:  

  1. 1951 में Wheat loan Educational Exchange Programme' की शुरुआत की गई।
  2. सन 1951 में यूनेस्को के सहयोग से Delhi Public Library की स्थापना की गई।
  3. 1951 ई० में पश्चिम बंगाल के तत्कालीन राज्यपाल श्री राजगोपालाचारी की अनुशंसा पर राष्ट्रीय पुस्तकालय को मेटकॉफ हॉल से स्थानांतरित कर बैलवेडियर में लाया गया जहाँ यह आज तक अवस्थित है।
  4. UGC की स्थापना 28 दिसंबर 1953 को तत्कालीन शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद ने औपचारिक तौर पर यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन की नींव रखी थी। इसके बाद हालांकि 1956 ई० में यूजीसी को संसद में पारित एक विशेष विधेयक के बाद सरकार के अधीन लाया गया और तभी औपचारिक तौर पर इसे स्थापित माना गया।
  5. आजादी के बाद सन 1948 ई० में 'Imperial Library of India' को राष्ट्रीय पुस्तकालय घोषित किया गया तथा 1 फरवरी 1953 में तात्कालिक शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद द्वारा इसे सभी भारतीय के लिए खोल दिया गया।
  6. डिलीवरी ऑफ बुक्स एक्ट, 1954 के कानून के द्वारा प्रत्येक प्रकाशन की एक प्रति राष्ट्रीय पुस्तकालय को भेजना प्रकाशकों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।
  7. 1955 में Indian Association of Special Libraries and Information Centre (IASLIC) की स्थापना किया गया ।
  8. भारत में ब्रिटेन का ही कॉपी राइट एक्ट प्रभाव में था तथा आजादी के बाद सन 1957 में ‘Indian Copy Right Act 1957 पारित किया गया। 
  9. 1957 में डी.बी. कृष्णराव को दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा पुस्तकालय विज्ञान में प्रथम Ph.D की उपाधि मिली ।
  10. 1958 में Indian National Bibliography (INB) का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ।
  11. 1962 में रंगनाथन द्वारा Documentation Research and Training Centre (DRTC), Bangalore की स्थापना की गयी ।
  12. 1963 में यूजीसी द्वारा Book Bank policy की शुरुआत की गयी।
  13. 1965 में Dr. S. R. Ranganathan को National research professor of Library science के रूप में नियुक्त किया गया।
  14. सन 1966 में National Medical Library, New Delhi की स्थापना की गई जिसका मुख्यालय AIIIMS, New Delhi में अवस्थित है।
  15. 1966 में Machine Readable Cataloguing-I (MARC-1) project की शुरुआत की गई। 
  16. 1967 में Anglo-American Cataloguing Rules I ( AACR-I) प्रकाशित किया गया।
  17. 1967 में Online Computer Library Centre (OCLC) की स्थापना ।
  18. 1967 में World Intellectual Property Organisation (WIPO) स्थापना ।
  19. 1969 में Alan Pritchard द्वारा "Bibliometrics" शब्द का प्रयोग किया गया।
  20. 1970 में Peter Phyrr द्वारा Zero Base Budgeting system का विकास। 

1971 to 1999 Library development:   

  1. 1971 में UNISIST Programme की शुरुआत की गई।
  2. 1971 में International Standard Bibliographic Description-M (ISBD-M) का विकास हुआ।
  3. 1972 में IFLA द्वारा ‘Universal Availability of Publication' कार्यक्रम की शुरुआत ।
  4. 1972 में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा Raja Rammohan Roy Library Foundation (RRRLF) की स्थापना राजा राम मोहन राय की स्मृति में उसके 200वें जन्मदिन पर एक संस्था के रूप में  हुई।
  5. सन 1972 में यूनेस्को द्वारा International Book Year मनाया गया।
  6. 1972 में UNESCO द्वारा Public Library Manifesto को संशोधित किया गया।
  7. 1974 में International Standard Bibliographic Description-G (ISBD-G) का विकास शुरू हुआ।
  8. 1974 में ही Universal Bibliographic Control (UBC) की शुरुआत हुई| 
  9. 1976 में यूनेस्को द्वारा जनरल इन्फोर्मेशन प्रोग्राम (PGI) विभाग की स्थापना।
  10. 1977 में IFLA द्वारा Universal Machine Readable Catalogue (UNIMARC) का विकास किया गया। 
  11. 1978 में Anglo-American Cataloguing Rules II (AACR-II) का निर्माण हुआ।
  12. 1981 ई० में डॉ. बी० पी० बरुआ की अध्यक्षता में RRRLF ने एक कार्यकारी दल का गठन राष्ट्रीय पुस्तकालय नीति का प्रारूप तैयार करने के लिए किया।
  13. 1982 ई० में Universal Availability of Publications (UAP) को प्रस्तावित किया गया।
  14. 1983 ई० में "National Policy on Library and information system" का प्रारूप तैयार किया गया जिसके आधार पर भारत सरकार के संस्कृति विभाग ने एक ड्राफ्ट पॉलिसी स्टेटमेन्ट जारी किया तथा डॉ डी० पी० चद्धोपाध्याय की अध्यक्षता में एक समीति का गठन किया जिसने 1986 ई० में अपनी अनुशंसाएँ प्रस्तुत की।
  15. 1984 में Common Communication Format (CCF) को प्रकाशित किया गया।
  16. 1986 ई० में NAPLIS (National policy on library and information System) ने रिपोर्ट पेश किया गया।
  17. 1988 में AACR-II R प्रकाशित किया गया।
  18. 1991 में UGC द्वारा INFLIBNET की स्थापना।
  19. 1992 में बी. बी. शुक्ला को उत्कल विश्वविद्यालय द्वारा पुस्तकालय विज्ञान में प्रथम डी लिट की उपाधि |
  20. 1994 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाइब्रेरी एसोसिएशन (IFLA) के सहयोग से सार्वजनिक ग्रंथालय घोषणापत्र तैयार किया गया। इस घोषणापत्र को व्यापक रूप से सभी देशों द्वारा स्वीकार किया गया है।
  21. सन 1995 में विश्व व्यापार संगठन (WTO: World Trade Organisation) की स्थापना इस दिशा में क्रांतिकारी कदम था जिसकी स्थापना "Agreement on the Trade related aspect of intellectual property rights (TRIPS)" समझौते के तहत की गई थी। 
  22. 1985 में UNESCO एवं ILO द्वारा CDS/ISIS का विकास किया गया।
  23. 1995 में Dublin Core Metadata का विकास किया गया।

2000 to 2021 Library development:  

  1. 2000 में 'Information Technology Act' पारित किया गया।
  2. 2000 में Indian National Bibliography (INB) का पहला कंप्यूटरीकृत संस्करण प्रकाशित हुआ।
  3. 2002 में  FID को विघटित कर दिया गया।
  4. 2002 में भारतीय संसद द्वारा सूचना की स्वतन्त्रता (Freedom of Information) विधेयक पारित किया गया।
  5. सन 2002 ई० में LA तथा IIS ( Institute of Information Scientists) को मिलाकर CILIP ( Chartered Institute of Library and Information Professionals) संस्था का गठन किया गया है।
  6. 2002 में University Grants Commission (UGC) द्वारा भारतीय विश्वविद्यालयों को सभी विषयों पर इलेक्ट्रोनिक जर्नल और 2002 डेटाबेस हेतु ऑनलाइन अभिगम उपलब्ध करने के लिए UGC-Infonet E Journals Consortium सन 2002 में शुरू किया गया था। 
  7. 2005 में National Knowledge Commission का गठन किया गया जिसके चेयरमैन Sam Patroda थे। 
  8. 2005 में भारत के संसद द्वारा Right To Information एक्ट पास हुआ।
  9. 2007 में ISBN संख्या को 10 digits से 13 digit में कर दिया गया।
  10. 2009 में सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा National Mission on Libraries (NML) पर समिति का गठन किया गया।
  11. 2010 में 'Encyclopedia Brittanicca' का मुद्रित स्वरूप में अंतिम और अद्धतन (15वां) संस्करण 32 खण्डों में प्रकाशित हुआ।
  12. 2011 में DDC का 23वां संस्करण प्रकाशित हुआ।
  13. 2011 में भारत में International Standard Book Number (ISBN) संख्या प्रदान करने वाली संस्था RRRLF का मुख्यालय कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया।
  14. 2012 में सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा गठित समिति द्वारा National Mission on Libraries (NML) पर रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया।
  15. 2012 में संदर्भ स्त्रोत 'Encyclopedia Brittanicca' का मुद्रित स्वरूप में प्रकाशन बंद होने की घोषणा की गई। अब यह सिर्फ इलेक्ट्रानिक स्वरूप में उपलब्ध होगा।
  16. 2012 में ही डीडीसी के 15वा सक्षिप्त संस्करण का प्रकाशन।
  17. Copyright Act, 1957 का अद्धतन संशोधन वर्ष 2012 में संशोधित किया गया।
  18. 2014 में राष्ट्रीय ज्ञान आयोग (NKC) को विघटित कर दिया गया। 
  19. 2014 में लाइब्रेरी ऑफ कॉग्रेस सब्जेक्ट हेडिंग्स का 37वां संस्करण पीडीएफ के रूप में प्रकाशित हुआ।
  20. 2016 में ISBN के नेशनल पोर्टल का उद्घाटन मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा किया गया |
  21. 2017 में लाइब्रेरी ऑफ कॉंग्रेस सब्जेक्ट ट्रेडिंग्स का 39वा संस्करण पीडीएफ के रूप में प्रकाशित हुआ।
  22. 2018 में IIT खड़गपुर के सहयोग से निर्मित National Digital Library का शुभारम्भ ।
  23. 2018 में त्रिपुरा विश्विद्यालय के सहयोग से PLANNER (INFLIBNET) का आयोजन 
  24. 2019 में KIIT, भुवनेश्वर के सहयोग से CALIBER (INFLIBNET) का आयोजन ।
  25. 2020 में DELNET के फाउंडर निदेशक Dr. H. K. Kaul का निधन ।
  26. फरवरी 2021 में SOUL 3.0 को रिलीज किया गया 


March 21, 2023

भारतीय संविधान के स्त्रोत

 


संविधान के स्रोत :     

(1) ब्रिटेन

- संसदीय प्रणाली, 
- विधि निर्माण, 
- एकल नागरिकता

(2) अमेरीका

- न्यायिक, 
- स्वतंत्रता का अधिकार और 
- मौलिक अधिकार

(3) जर्मनी

- आपातकाल का सिद्धांत

(4) फ्रांस

- गणत्रंतात्मक शासन व्यवस्था

(5) कनाडा

- राज्यों में शक्ति का विभाजन

(6) आयरलैंड

- नीति निदेशक तत्व

(7) ऑस्ट्रेलिया 

- समवर्ती सूची

(8) दक्षिणअफ्रीका 

- संविधान संशोधन की प्रक्रिया

(9) रूस

- मूल कर्तव्य


सदस्य बनने हेतु पद के लिए न्यूनतम आयु सीमा :
  • लोकसभा           :      25 वर्ष
  • राज्यसभा          :      30 वर्ष 
  • विधान सभा       :      25 वर्ष 
  • विधान परिषद     :      30 वर्ष 
  • सरपंच             :      21 वर्ष 
  • राष्ट्रपति           :      35 वर्ष 
  • राज्यपाल          :      35 वर्ष  
  • उपराष्ट्रपति        :      35 वर्ष 
  • प्रधान मंत्री         :      25 वर्ष
  • मुख्य मंत्री         :      25 वर्ष


भारत की विशेष क्रांतियाँ

 


भारत की विशेष क्रांतियाँ :

  1. हरित क्रांति -- खाद्यान्न उत्पादन
  2. श्वेत क्रांति -- दुग्ध उत्पादन
  3. नीली क्रांति -- मत्स्य उत्पादन
  4. भूरी क्रांति -- उर्वरक उत्पादन
  5. रजत क्रांति -- अंडा उत्पादन
  6. पीली क्रांति -- तिलहन उत्पादन
  7. कृष्ण क्रांति -- बायोडीजल उत्पादन 
  8. लाल क्रांति -- टमाटर/मांस उत्पादन
  9. गुलाबी क्रांति -- झींगा मछली उत्पादन
  10. बादामी क्रांति -- मासाला उत्पादन

  11. सुनहरी क्रांति -- फल उत्पादन
  12. अमृत क्रांति -- नदी जोड़ो परियोजनाएं
  13. धुसर/स्लेटी क्रांति-- सीमेंट
  14. गोल क्रांति-- आलु
  15. इंद्रधनुषीय क्रांति-- सभी क्रांतियो पर निगरानी रखने हेतु
  16. सनराइज/सुर्योदय क्रांति-- इलेक्ट्रॉनिक उधोग के विकास के हेतु
  17. गंगा क्रांति-- भ्रष्टाचार के खिलाफ सदाचार पैदा करने हेतु
    (जोहड़े वाले बाबा/वाटर मैन ऑफ इंडिया/राजेन्द्र सिंह द्वारा )
  18. सदाबहार क्रांति-- जैव तकनीकी
  19. सेफ्रॉन क्रांति-- केसर उत्पादन से
  20. स्लेटी/ग्रे क्रांति--उर्वरको के उत्पादन से

  21. हरित सोना क्रांति-- -- बाँस उतपादन से
  22. मूक क्रांति-- मोटे अनाजों के उत्पादन से
  23. परामनी क्रांति-- भिन्डी उत्पादन से
  24. ग्रीन गॉल्ड क्रांति-- चाय उत्पादन से
  25. खाद्द श्रंखला क्रांति-- भारतीय कृषकों की 2020 तक आमदनी को दुगुना करने से
  26. खाकी क्रांति-- चमड़ा उत्पादन से
  27. व्हाइट गॉल्ड क्रांति-- कपास उत्पादन से (तीसरी क्रांति)
  28. N.H.क्रान्ति- स्वर्णिम चतुर्भुज योजना से
 
 
फसलो के उपनाम राजा

  1. दालो का राजा -- चना
  2. फलो का राजा -- आम
  3. फुलो का राजा -- गुलाब
  4. मसालो का राजा/प्रकृति का आश्चर्य -- मिर्च
  5. अनाजों का राजा -- चावल
  6. मोटे अनाजों का राजा -- ज्वार
  7. शितोष्ण फलो का राजा -- सेब
  8. सुखे मेवो का राजा -- बादाम
  9. चारे कि फसलों का राजा -- बरसीम
  10. जंगो का राजा -- टीक
 
 
फसलों के उपनाम रानी

  1. दालों कि रानी -- मटर
  2. फलों कि रानी -- लीची
  3. फुलों कि रानी -- ग्लोडियोलस
  4. मसालों कि रानी -- इलायची
  5. अनाजों कि रानी -- मक्का




भारतीय संविधान से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न संग्रह

            आप किसी भी परीक्षा पत्र को उठा लो जिसमें India GK का जिक्र हो और वहां संविधान के प्रश्न अवश्य पूछे जाते हैं | आज इस भाग में उसी से सम्बंधित महत्वपूर्ण जो 1 या 2 ही क्यों ना आयें किन्तु पूछ लिए जाएँ तो गलत हो ही जाते हैं कारण हैं इन प्रश्नों को अनदेखा करना |


महत्वपूर्ण 70+ प्रश्न :

  1. भारतीय लोक प्रशासन संस्थान की स्थापना कब हुई –  मार्च 1954 
  2. समवर्ती सूची में लिखे विषयों पर अधिनियम बनाने का अधिकार किसके पास है –  राज्य और संघ 
  3. प्रथम राष्ट्रीय आपातकाल की उद्घोषणा के समय देश के राष्ट्रपति कौन थे –  डॉ. एस. राधाकृष्णन 
  4. 42वें संशोधन द्वारा संविधान के किस अनुच्छेद में मौलिक कर्तव्यों को जोड़ा गया है –  अनुच्छेद -51 A 
  5. वर्तमान में भारतीय संविधान के कुल कितने भाग है –  22 
  6. संविधान लागू होने के पश्चात् निम्न में से कौन भारतीय संघ का एक आरक्षित राज्य था –  सिक्किम 
  7. संविधान के किस भाग में भारत के नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लेख किया गया है –  भाग-3 
  8. मौलिक अधिकार संविधान के किस भाग में वर्णित है –  भाग III 
  9. राज्यसभा की बैठकों का सभापतित्व कौन करता है –  उपराष्ट्रपति 
  10. कोई वित्तीय बिल प्रस्तावित हो सकता है –  केवल लोकसभा में 

  11. भारत में किसकी स्वीकृति के बिना कोई भी सरकारी खर्चा नहीं किया जा सकता –  संसद 
  12. मंत्रिपरिषद् में कितने स्तर के मंत्री होते हैं – 
  13. आमतौर पर भारत के प्रधानमंत्री होते हैं –  लोकसभा का सदस्य 
  14. भारत सरकार का प्रमुख विधि अधिकारी कौन है –  भारत के महान्यायवादी 
  15. भारत के सर्वोच्च न्यायालय का एक न्यायाधीश कितनी उम्र तक अपने पद पर बना रह सकता है –  65 वर्ष 
  16. किन राज्यों में साझा उच्च न्यायालय है – महाराष्ट्र व गोवा
  17. संविधान के किस भाग में अस्थायी संक्रमणकालीन और विशेष उपबन्धों के प्रावधान हैं –  भाग 21 
  18. वर्तमान में भारतीय संविधान में कुल कितनी अनुसूचियां हैं –  12 
  19. संसद का निम्न सदन एवं उच्च सदन है –  लोकसभा एवं राज्यसभा 
  20. बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री थे –  डॉ. श्रीकृष्ण सिंह 

  21. विधानपरिषद् का सदस्य होने के लिए कम-से-कम कितनी आयु सीमा होनी चाहिए –  30 वर्ष 
  22. किसी राज्य विधान सभा के सदस्यों की न्यूनतम संख्या कितनी हो सकती है –  60 
  23. अखिल भारतीय सेवा का गठन कर सकता है –  संसद 
  24. मतदाताओं के पंजीयन का उत्तरदायित्व किस पर है –  निर्वाचन आयोग 
  25. मूल संविधान में क्षेत्रीय महत्त्व के 66 विषय राज्य सूची में थे। अब उनकी संख्या कितनी है –  61 
  26. संयुक्त प्रवर समिति में कितने सदस्य होते हैं –  45 
  27. वर्तमान में सर्वोच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के अतिरिक्त कितने न्यायाधीश का प्रावधान किया गया है – 30 
  28. छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय कहाँ स्थित है –  बिलासपुर 
  29. राज्यपाल राज्य में किसका प्रतिनिधि होता है –  राष्ट्रपति का 
  30. भारतीय संविधान के किन अनुच्छेदों में राज्य के नीति निर्देशक तत्त्वों का उल्लेख है –  अनुच्छेद 36-51 

  31. राज्य पुनर्गठन अधिनियम कब पारित किया गया –  1956 ई. 
  32. भारतीय नागरिकता नहीं प्राप्त की जा सकती है –  प्रवासन द्वारा 
  33. राष्ट्रपति किसकी सलाह पर किसी राज्य के राज्यपाल की नियुक्ति करते है –  प्रधानमंत्री 
  34. राज्य का मुख्यमंत्री किसके प्रति उत्तरदायी होता है – विधान सभा 
  35. राज्य विधानमंडल का ऊपरी सदन कौन-सा है –  विधान परिषद् 
  36. उस संघ राज्य का नाम बताइए जहाँ निर्वाचित विधानसभा एवं मंत्रिपरिषद् है –  पुदुचेरी 
  37. भारतीय संविधान में कितनी भाषाएँ क्षेत्रीय भाषाओं के रूप में मान्यता प्राप्त हैं –  22 
  38. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री की कार्य अवधि होती है –  छह वर्ष 
  39. पंचायत समिति का गठन होता है –  प्रखंड स्तर पर 
  40. भारत में साम्यवाद आधारित दल है –   CPI 

  41. वर्तमान समय में लोकसभा की 543 सीटों में से कितनी सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं –  84 
  42. किस संवैधानिक संशोधन अधिनियम द्वारा गोवा को राज्य का दर्जा प्रदान किया गया –  56वाँ 
  43. किसी क्षेत्र को अनुसूचित जाति और जनजाति क्षेत्र घोषित करने का अधिकार किसे है –  राष्ट्रपति 
  44. स्थायी संसद भारत में कब तक अस्तित्व में रही है –  17 अप्रैल, 1952 
  45. भारत के चौथे राष्ट्रपति थे –  वी. वी. गिरि 
  46. उपराष्ट्रपति को उसके कार्यकाल की समाप्ति के पूर्व पद से हटाने का अधिकार किसको है –  संसद 
  47. संसद का चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए –  25 वर्ष 
  48. राज्यसभा द्वारा लोकसभा को धन विधेयक कितने समय में लौटा दिये जाने चाहिए –  14 दिन 
  49. राजनीतिक शब्दावली में ‘शून्यकाल’ का अर्थ है – उत्तर सत्र 
  50. इन्दिरा गाँधी दूसरी अवधि के लिए प्रधानमंत्री बनी – 1980 से 1984 तक
     
  51. मुख्य सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है – राष्ट्रपति
  52. उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की संख्या में वृद्धि करने की शक्ति किसके पास है –  संसद 
  53. भारत में कुल कितने उच्च न्यायालय हैं –  24 
  54. उपराज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है –  राष्ट्रपति 
  55. विधानपरिषद् के कितने सदस्य प्रत्येक दूसरे वर्ष अवकाश ग्रहण करते हैं –  1/3 
  56. राजनीति और नीतियों से व्युत्पन्न शब्द ‘इन्द्रधनुषी गठबंधन’ शब्द किसने दिया –  पिट रोमनी बैंक में धन जमा करके 
  57. भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह क्या है –  कमल 
  58. मौलिक कर्तव्यों की अवहेलना करने वालों को –  दंड देने की व्यवस्था नहीं है 
  59. संसद के दो क्रमिक अधिवेशनों के बीच अधिकतम कितने समयान्तराल की अनुमति है –  6 माह 
  60. भारत के राष्ट्रपति निर्वाचित होने के पात्र बनने के लिए किसी व्यक्ति की आयु पूर्ण होनी चाहिए –  35 वर्ष 

  61. राष्ट्रपति पद्धति में समस्त कार्यपालिका की शक्तियाँ किसमें निहित होती हैं –  राष्ट्रपति में 
  62. किस संवैधानिक संशोधन द्वारा अरुणाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा प्रदान किया गया –  55वाँ 
  63. गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट-1935 किस पर आधारित था –  साइमन कमीशन 
  64. भारतीय संविधान सभा की स्थापना कब हुई –  9 दिसम्बर, 1946 
  65. अब तक भारत के संविधान की उद्देशिका में कितनी बार संशोधन किया जा चुका है –  एक बार 
  66. पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन कौन करता है –  राष्ट्रपति 
  67. विश्व का सबसे बड़ा, लिखित एवं सर्वाधिक व्यापक संविधान किस देश का है –  भारत 
  68. भारत की संघीय व्यवस्था किस देश की संघीय व्यवस्था से अधिक समानता रखती है –  कनाडा 
  69. किस राज्य के आरक्षण विधेयक को 9वीं अनुसूची में सम्मिलित किया गया है –  तमिलनाडु 
  70. भारतीय लोक प्रशासन संस्थान की स्थापना कब हुई –  मार्च 1954 


भारतीय संविधान के महत्वपूर्ण अनुच्छेद

            भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है | भारतीय संविधान में वर्तमान समय में भी केवल 470 अनुच्छेद, तथा 12 अनुसूचियाँ हैं और ये 25 भागों में विभाजित है। परन्तु इसके निर्माण के समय मूल संविधान में 395 अनुच्छेद जो 22 भागों में विभाजित थे इसमें केवल 8 अनुसूचियाँ थीं। समय के साथ साथ इनमें भी बदलाव होते रहे हैं | फिर भी मुख्य मुख्य अनुच्छेद का वर्णन इस भाग में किया जा रहा है |



Indian Constitution Articles (Most Important):-

भाग -1 (अनुच्छेद 1-4)

अनुच्छेद 1  :- संघ का नाम और राज्य क्षेत्र
अनुच्छेद 2  :- नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना
अनुच्छेद 3  :- राज्य का निर्माण तथा सीमाओं या नामों मे परिवर्तन
अनुच्छेद 4  :- पहली अनुसूचित व चौथी अनुसूची के संशोधन तथा दो और तीन के अधीन बनाई गई विधियां

भाग - 2 (अनुच्छेद 5-11) - नागरिकता

अनुच्छेद 5  :- संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता
अनुच्छेद 6  :- भारत आने वाले व्यक्तियों को नागरिकता
अनुच्छेद 7  :- पाकिस्तान जाने वालों को नागरिकता
अनुच्छेद 8  :- भारत के बाहर रहने वाले व्यक्तियों का नागरिकता
अनुच्छेद 9  :- विदेशी राज्य की नागरिकता लेने पर नागरिकता का ना होना
अनुच्छेद 10  :- नागरिकता के अधिकारों का बना रहना
अनुच्छेद 11  :- संसद द्वारा नागरिकता के लिए कानून का विनियमन

भाग - 3 (अनुच्छेद 12 - 35) - मौलिक अधिकार

अनुच्छेद 12  :- राज्य की परिभाषा
अनुच्छेद 13  :- मूल अधिकारों को असंगत या अल्पीकरण करने वाली विधियां
अनुच्छेद 14  :- विधि के समक्ष समानता
अनुच्छेद 15  :- धर्म जाति लिंग पर भेद का प्रतिशेध
अनुच्छेद 16  :- लोक नियोजन में अवसर की समानता
अनुच्छेद 17  :- अस्पृश्यता का अंत
अनुच्छेद 18  :- उपाधीयों का अंत
अनुच्छेद 19  :- वाक् की स्वतंत्रता
अनुच्छेद 20  :- अपराधों के दोष सिद्धि के संबंध में संरक्षण
अनुच्छेद 21  :- प्राण और दैहिक स्वतंत्रता
अनुच्छेद 21क:- 6 से 14 वर्ष के बच्चों को शिक्षा का अधिकार
अनुच्छेद 22  :- कुछ दशाओं में गिरफ्तारी से सरंक्षण
अनुच्छेद 23  :- मानव के दुर्व्यापार और बाल आश्रम
अनुच्छेद 24  :- कारखानों में बालक का नियोजन का प्रतिशत
अनुच्छेद 25  :- धर्म का आचरण और प्रचार की स्वतंत्रता
अनुच्छेद 26  :- धार्मिक कार्यों के प्रबंध की स्वतंत्रता
अनुच्छेद 29  :- अल्पसंख्यक वर्गों के हितों का संरक्षण
अनुच्छेद 30  :- शिक्षा संस्थाओं की स्थापना और प्रशासन करने का अल्पसंख्यक वर्गों का अधिकार
अनुच्छेद 32  :- अधिकारों को प्रवर्तित कराने के लिए उपचार

भाग - 4 (अनुच्छेद 36 - 51) - नीति निर्देशक तत्व

अनुच्छेद 36  :- परिभाषा
अनुच्छेद 40  :- ग्राम पंचायतों का संगठन
अनुच्छेद 48  :- कृषि और पशुपालन संगठन 
अनुच्छेद 48क:- पर्यावरण वन तथा वन्य जीवों की रक्षा
अनुच्छेद 49  :- राष्ट्रीय स्मारक स्थानों और वस्तुओं का संरक्षण
अनुच्छेद 50  :- कार्यपालिका से न्यायपालिका का प्रथक्करण
अनुच्छेद 51  :- अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा

भाग - 4(A) (अनुच्छेद 51क) - मौलिक कर्तव्य

अनुच्छेद 51क:- मूल कर्तव्य

भाग - 5 (अनुच्छेद 52 - 151) - संघ

अनुच्छेद 52  :- भारत का राष्ट्रपति
अनुच्छेद 53  :- संघ की कार्यपालिका शक्ति
अनुच्छेद 54  :- राष्ट्रपति का निर्वाचन
अनुच्छेद 55  :- राष्ट्रपति के निर्वाचन की रीती
अनुच्छेद 56  :- राष्ट्रपति की पदावधि
अनुच्छेद 57  :- पुनर्निर्वाचन के लिए पात्रता
अनुच्छेद 58  :- राष्ट्रपति निर्वाचित होने के लिए आहर्ताए
अनुच्छेद 59  :- राष्ट्रपति पद के लिए शर्ते
अनुच्छेद 60  :- राष्ट्रपति की शपथ

अनुच्छेद 61  :- राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की प्रक्रिया
अनुच्छेद 62  :- राष्ट्रपति पद पर व्यक्ति को भरने के लिए निर्वाचन का समय और रीतियां
अनुच्छेद 63  :- भारत का उपराष्ट्रपति
अनुच्छेद 64  :- उपराष्ट्रपति का राज्यसभा का पदेन सभापति होना
अनुच्छेद 65  :- राष्ट्रपति के पद की रिक्त पर उप राष्ट्रपति के कार्य
अनुच्छेद 66  :- उप-राष्ट्रपति का निर्वाचन
अनुच्छेद 67  :- उपराष्ट्रपति की पदावधि
अनुच्छेद 68  :- उप राष्ट्रपति के पद की रिक्त पद भरने के लिए निर्वाचन
अनुच्छेद 69  :- उप राष्ट्रपति द्वारा शपथ
अनुच्छेद 70  :- अन्य आकस्मिकता में राष्ट्रपति के कर्तव्यों का निर्वहन

अनुच्छेद 71  :- राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के निर्वाचन संबंधितविषय
अनुच्छेद 72  :- क्षमादान की शक्ति
अनुच्छेद 73  :- संघ की कार्यपालिका शक्ति का विस्तार
अनुच्छेद 74  :- राष्ट्रपति को सलाह देने के लिए मंत्रिपरिषद
अनुच्छेद 75  :- मंत्रियों के बारे में उपबंध
अनुच्छेद 76  :- भारत का महान्यायवादी
अनुच्छेद 77  :- भारत सरकार के कार्य का संचालन
अनुच्छेद 78  :- राष्ट्रपति को जानकारी देने के प्रधानमंत्री केकर्तव्य
अनुच्छेद 79  :- संसद का गठन
अनुच्छेद 80  :- राज्य सभा की सरंचना

अनुच्छेद 81  :- लोकसभा की संरचना
अनुच्छेद 83  :- संसद के सदनो की अवधि
अनुच्छेद 84  :- संसद के सदस्यों के लिए अहर्ता
अनुच्छेद 85  :- संसद का सत्र सत्रावसान और विघटन
अनुच्छेद 87  :- राष्ट्रपति का विशेष अभी भाषण
अनुच्छेद 88  :- सदनों के बारे में मंत्रियों और महानयायवादी अधिकार
अनुच्छेद 89  :- राज्यसभा का सभापति और उपसभापति
अनुच्छेद 90  :- उपसभापति का पद रिक्त होना या पद हटाया जाना

अनुच्छेद 91  :- सभापति के कर्तव्यों का पालन और शक्ति
अनुच्छेद 92  :- सभापति या उपसभापति को पद से हटाने का संकल्प विचाराधीन हो तब उसका पीठासीन ना होना
अनुच्छेद 93  :- लोकसभा का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष
अनुच्छेद 94  :- अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद रिक्त होना
अनुच्छेद 95  :- अध्यक्ष में कर्तव्य एवं शक्तियां
अनुच्छेद 96  :- अध्यक्ष उपाध्यक्ष को पद से हटाने का संकल्प हो तब उसका पीठासीन ना होना
अनुच्छेद 97  :- सभापति उपसभापति तथा अध्यक्ष,उपाध्यक्ष के वेतन और भत्ते
अनुच्छेद 98  :- संसद का सविचालय
अनुच्छेद 99  :- सदस्य द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
अनुच्छेद 100  :- संसाधनों में मतदान रिक्तियां के होते हुए भी सदनों के कार्य करने की शक्ति और गणपूर्ति

अनुच्छेद 108  :- कुछ दशाओं में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक
अनुच्छेद 109  :- धन विधेयक के संबंध में विशेष प्रक्रिया
अनुच्छेद 110  :- धन विधायक की परिभाषा
अनुच्छेद 111  :- विधेयकों पर अनुमति
अनुच्छेद 112  :- वार्षिक वित्तीय विवरण
अनुच्छेद 118  :- प्रक्रिया के नियम
अनुच्छेद 120  :- संसद में प्रयोग की जाने वाली भाषा
अनुच्छेद 123  :- संसद विश्रांति काल में राष्ट्रपति की अध्यादेश शक्ति
अनुच्छेद 124  :- उच्चतम न्यायालय की स्थापना और गठन
अनुच्छेद 125  :- न्यायाधीशों का वेतन
अनुच्छेद 126  :- कार्य कार्य मुख्य न्याय मूर्ति की नियुक्ति
अनुच्छेद 127  :- तदर्थ न्यायमूर्तियों की नियुक्ति
अनुच्छेद 128  :- सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की उपस्थिति
अनुच्छेद 129  :- उच्चतम न्यायालय का अभिलेख नयायालय होना
अनुच्छेद 130  :- उच्चतम न्यायालय का स्थान

अनुच्छेद 131  :- उच्चतम न्यायालय की आरंभिक अधिकारिता
अनुच्छेद 137  :- निर्णय एवं आदेशों का पुनर्विलोकन
अनुच्छेद 143  :- उच्चतम न्यायालय से परामर्श करने की  राष्ट्रपति की शक्ति
अनुच्छेद 144  :- सिविल एवं न्यायिक पदाधिकारियों द्वारा उच्चतम न्यायालय की सहायता
अनुच्छेद 148  :- भारत का नियंत्रक महालेखा परीक्षक
अनुच्छेद 149  :- नियंत्रक महालेखा परीक्षक के कर्तव्य शक्तिया
अनुच्छेद 150  :- संघ के राज्यों के लेखन का प्रारूप

भाग - 6 (अनुच्छेद 152 - 237) - राज्य 

अनुच्छेद 153  :- राज्यों के राज्यपाल
अनुच्छेद 154  :- राज्य की कार्यपालिका शक्ति
अनुच्छेद 155  :- राज्यपाल की नियुक्ति
अनुच्छेद 156  :- राज्यपाल की पदावधि
अनुच्छेद 157  :- राज्यपाल नियुक्त होने की अर्हताएँ
अनुच्छेद 158  :- राज्यपाल के पद के लिए शर्तें
अनुच्छेद 159  :- राज्यपाल द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान

अनुच्छेद 163  :- राज्यपाल को सलाह देने के लिए मंत्री परिषद
अनुच्छेद 164  :- मंत्रियों के बारे में अन्य उपबंध
अनुच्छेद 165  :- राज्य का महाधिवक्ता
अनुच्छेद 166  :- राज्य सरकार का संचालन
अनुच्छेद 167  :- राज्यपाल को जानकारी देने के संबंध में मुख्यमंत्री के कर्तव्य
अनुच्छेद 168  :- राज्य के विधान मंडल का गठन
अनुच्छेद 170  :- विधानसभाओं की संरचना
अनुच्छेद 171  :- विधान परिषद की संरचना
अनुच्छेद 172  :- राज्यों के विधानमंडल कि अवधी
अनुच्छेद 176  :- राज्यपाल का विशेष अभिभाषण
अनुच्छेद 177  :- सदनों के बारे में मंत्रियों और महाधिवक्ता के अधिकार
अनुच्छेद 178  :- विधानसभा का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष
अनुच्छेद 179  :- अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद रिक्त होना या पद से हटाया जाना
अनुच्छेद 180  :- अध्यक्ष के पदों के कार्य व शक्ति

अनुच्छेद 181  :- अध्यक्ष उपाध्यक्ष को पद से हटाने का कोई संकल्प पारित होने पर उसका पिठासिन ना होना
अनुच्छेद 182  :- विधान परिषद का सभापति और उपसभापति
अनुच्छेद 183  :- सभापति और उपासभापति का पद रिक्त होना पद त्याग या पद से हटाया जाना
अनुच्छेद 184  :- सभापति के पद के कर्तव्यों का पालन व शक्ति
अनुच्छेद 185  :- संभापति उपसभापति को पद से हटाए जाने का संकल्प विचाराधीन होने पर उसका पीठासीन ना होना
अनुच्छेद 186  :- अध्यक्ष उपाध्यक्ष सभापति और उपसभापति के वेतन और भत्ते
अनुच्छेद 187  :- राज्य के विधान मंडल का सविचाल.
अनुच्छेद 188  :- सदस्यों द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान
अनुच्छेद 189  :- सदनों में मतदान रिक्तियां होते हुए भी साधनों का कार्य करने की शक्ति और गणपूर्ति
अनुच्छेद 199  :- धन विदेश की परिभाषा
अनुच्छेद 200  :- विधायकों पर अनुमति

अनुच्छेद 202  :- वार्षिक वित्तीय विवरण
अनुच्छेद 213  :- विधानमंडल में अध्यादेश सत्यापित करने के राज्यपाल की शक्ति
अनुच्छेद 214  :- राज्यों के लिए उच्च न्यायालय
अनुच्छेद 215  :- उच्च न्यायालयों का अभिलेख न्यायालय होना
अनुच्छेद 216  :- उच्च न्यायालय का गठन
अनुच्छेद 217  :- उच्च न्यायालय न्यायाधीश की नियुक्ति पद्धति शर्तें
अनुच्छेद 221  :- न्यायाधीशों का वेतन
अनुच्छेद 222  :- एक न्यायालय से दूसरे न्यायालय में न्यायाधीशों का अंतरण
अनुच्छेद 223  :- कार्यकारी मुख्य न्याय मूर्ति के नियुक्ति
अनुच्छेद 224  :- अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति
अनुच्छेद 226  :- कुछ रिट निकालने के लिए उच्च न्यायालय की शक्ति
अनुच्छेद 231  :- दो या अधिक राज्यों के लिए एक ही उच्च न्यायालय की स्थापना
अनुच्छेद 233  :- जिला न्यायाधीशों की नियुक्ति

भाग - 8 (अनुच्छेद 239 - 242) - संघ राज्य क्षेत्र 

अनुच्छेद 241  :- संघ राज्य क्षेत्र के लिए उच्च-न्यायालय

भाग - 9 और 10

अनुच्छेद 243  :- पंचायत नगर पालिकाएं एवं सहकारी समितियां
अनुच्छेद 244  :- अनुसूचित क्षेत्रो व जनजाति क्षेत्रों का प्रशासन

भाग - 11 (अनुच्छेद 245 - 263) – संघ और राज्य के बीच संबंध

अनुच्छेद 248  :- अवशिष्ट विधाई शक्तियां
अनुच्छेद 252  :- दो या अधिक राज्य के लिए सहमति से विधि बनाने की संसद की शक्ति
अनुच्छेद 254  :- संसद द्वारा बनाई गई विधियों और राज्यों के विधान मंडल द्वारा बनाए गए विधियों में असंगति
अनुच्छेद 256  :- राज्यों की और संघ की बाध्यता
अनुच्छेद 257  :- कुछ दशाओं में राज्यों पर संघ का नियंत्रण
अनुच्छेद 262  :- अंतर्राज्यक नदियों या नदी दूनों के जल संबंधी विवादों का न्याय निर्णय
अनुच्छेद 263  :- अंतर्राज्यीय विकास परिषद का गठन

भाग - 12 (अनुच्छेद 264 - 300 (A)) – वित्त, संपत्ति, संविदाएं और वाद

अनुच्छेद 266  :- संचित निधी
अनुच्छेद 267  :- आकस्मिकता निधि
अनुच्छेद 269  :- संघ द्वारा उद्ग्रहित और संग्रहित किंतु राज्यों को सौपे जाने वाले कर 
अनुच्छेद 270  :- संघ द्वारा इकट्ठे किए कर संघ और राज्यों के बीच वितरित किए जाने वाले कर
अनुच्छेद 280  :- वित्त आयोग
अनुच्छेद 281  :- वित्त आयोग की सिफारिशे
अनुच्छेद 292  :- भारत सरकार द्वारा उधार लेना
अनुच्छेद 293  :- राज्य द्वारा उधार लेना
अनुच्छेद 300क:- संपत्ति का अधिकार

भाग - 13 और 14 (अनुच्छेद 301 - 323)

अनुच्छेद 301  :- व्यापार वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता
अनुच्छेद 309  :- राज्य की सेवा करने वाले व्यक्तियों की भर्ती और सेवा की शर्तों
अनुच्छेद 310  :- संघ या राज्य की सेवा करने वाले व्यक्तियों की पदावधि
अनुच्छेद 313  :- संक्रमण कालीन उपबंध
अनुच्छेद 315  :- संघ राज्य के लिए लोक सेवा आयोग
अनुच्छेद 316  :- सदस्यों की नियुक्ति एवं पदावधि
अनुच्छेद 317  :- लोक सेवा आयोग के किसी सदस्य को हटाया जाना या निलंबित किया जाना
अनुच्छेद 320  :- लोकसेवा आयोग के कृत्य
अनुच्छेद 323क:- प्रशासनिक अधिकरण
अनुच्छेद 323ख:- अन्य विषयों के लिए अधिकरण

भाग - 15 (अनुच्छेद 324 - 329) – निर्वाचन 

अनुच्छेद 324  :- निर्वाचनो के अधिक्षण निर्देशन और नियंत्रण का निर्वाचन आयोग में निहित होना
अनुच्छेद 329  :- निर्वाचन संबंधी मामलों में न्यायालय के हस्तक्षेप का वर्णन

भाग - 16 (अनुच्छेद 330 - 342) – कुछ वर्गों के लिए विशेष उपबंध

अनुच्छेद 330  :- लोक सभा में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिये स्थानो का आरक्षण
अनुच्छेद 331  :- लोक सभा में आंग्ल भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व
अनुच्छेद 332  :- राज्य के विधान सभा में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के लिए स्थानों का आरक्षण
अनुच्छेद 333  :- राज्य की विधानसभा में आंग्ल भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व

भाग - 17 (अनुच्छेद 343 - 351) – राजभाषा का उल्लेख

अनुच्छेद 343  :- संघ की परिभाषा
अनुच्छेद 344  :- राजभाषा के संबंध में आयोग और संसद की समिति
अनुच्छेद 350क:- प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की सुविधाएं
अनुच्छेद 351  :- हिंदी भाषा के विकास के लिए निर्देश

भाग - 18 (अनुच्छेद 352 - 360)  – आपातकाल

अनुच्छेद 352  :- आपात की उदघोषणा का प्रभाव
अनुच्छेद 356  :- राज्य में संवैधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध
अनुच्छेद 360  :- वित्तीय आपात के बारे में उपबंध

भाग 19 और 20 

अनुच्छेद 368  :- सविधान का संशोधन करने की संसद की शक्ति और उसकी प्रक्रिया

भाग 21 और 22 

अनुच्छेद 377  :- भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक के बारे में उपबंध 
अनुच्छेद 378  :- लोक सेवा आयोग के बारे


भारतीय संविधान की विशेषताएँ   :   INDIAN CONSTITUENCY 

  1. भारत का संविधान कैसा है -  लिखित एंव विश्व का सबसे व्यापक संविधान  
  2. भारतीय संविधन का स्वरूप होता है—   संरचना में संघात्मक  
  3. भारत में किस प्रकार का शासन व्यवस्था अपनाई गई है—  ब्रिटिश संसदात्मक प्रणाली  
  4. भारतीय संविधान का अभिभावक कौन है—   सर्वोच्च न्यायालय 
  5. भारत के संविधान में संघीय शब्द की जगह किन शब्दों को स्थान दिया गया है—  राज्यों का संघ  
  6. भारतीय संविधान में कितनी सूचियाँ हैं—   12 
  7. भारतीय संविधान अपना अधिकार किससे प्राप्त करता है—  भारतीय जनता से  
  8. भारत में वैद्य प्रभुसत्ता किस में निहित है—  संविधान में  
  9. भारतीय संविधान की संरचना किस प्रकार की है—  कुछ एकात्मक, कुछ कठोर  
  10. लिखित संविधान की अवधारणा ने कहाँ जन्म लिया—   फ्रांस  
  11. अध्यक्षात्मक शासन का उदय सर्वप्रथम कहाँ हुआ—  संयुक्त राज्य अमेरिका 
  12. भारतीय संविधान में नागरिकों को कितने मूल अधिकार प्राप्त है—  6  
  13. भारतीय संघीय व्यवस्था की प्रमुख विशेषता क्या है—  संविधान की सर्वोच्चता  
  14. भारतीय संघवाद को किसने सहकारी संघवाद कहा—  जी. ऑस्टिन ने 
  15. भारत में प्रजातंत्र किस तथ्य पर आधरित है—   जनता को सरकार चनने व बदलने का अधिकार है 

 


March 14, 2023

राजस्थान वन रिपोर्ट 2021

            राजस्थान में वन रिपोर्ट 2021 को 2021 में ही प्रकाशित हो जाना चाहिए था किन्तु किन्ही कारणों से इसे 13 जनवरी 2022 को प्रकाशित होना पडा जिसके जारीकर्ता पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय है और इसे संवैधानिकतौर पर समवर्ती सूची में शामिल किया गया है | 

            FSI Forest Survey of India (भारतीय वन सर्वेक्षण) विभाग की स्थापना 1981 में हुई जिसका मुख्यालय देहरादून में बनाया गया | 1987 से प्रत्येक 2 वर्ष में वन सम्बन्धी (Forest Report) आकड़ों को प्रकाशित करता है | नवीनतम प्रकाशित रिपोर्ट 17वीं वन रिपोर्ट है जो 13 जनवरी 2022 में जारी की गयी थी | 16वीं वन रिपोर्ट दिसम्बर 2019 में जारी की गयी थी | FSI द्वारा वन रिपोर्ट के आंकड़े Resourse Set-2 की सहायता से करता है |

इसे मुख्यतः चार भागों में विभक्त कर देख सकते हैं:
 

प्रथम राष्ट्रीय वन निति = 1952 ( राज्य के 33% भाग पर वन अनिवार्य )
                राजस्थान राज्य वन संरक्षण अधिनियम = 1953 (पहला राज्य = राजस्थान)
                प्रथम वन निति = 18 फरवरी 2010
                प्रथम इको टूरिस्म पालिसी = 4 फरवरी 2010

राजस्थान वन रिपोर्ट 2021 (17वीं रिपोर्ट) [जारी = जनवरी 2021]
                राज्य में अभिलेखित वन = 32862.50 वर्ग किमी
                2019 के बाद वृद्धि = 25 वर्ग किमी (0.01%)
                कुल भोगोलिक क्षेत्रफल का = 9.60%







यह भी देखें: राजस्थान बजट 2023-24


राजस्थान से सम्बंधित सभी विषयों को पढने के लिए यहाँ क्लिक करें: राजस्थान GK

March 9, 2023

राजस्थान की जलवायु का वर्गीकरण - Part 2 (कोपेन, थार्नवेट)

             जैसा कि आप सभी जानते हैं कि राजस्थान पूरे भारत मे एक अनूठा जिला है। जिस तरह क्षेत्रफल में सबसे बड़े राज्य का स्थान प्राप्त कर न.1 पर है ठीक उसी प्रकार इसकी जलवायु (Jalvaayu) भी अपने आप मे एक अलग स्थान रखता है। यह कर्क रेखा के समीप होने के साथ साथ अरावली जैसे पर्वत होने के कारण अपने आप को अलग स्थान पर रख पाता है। इसका अरावली पर्वत भी उत्तर पूर्व से दक्षिण पश्चिम की तरफ फैला है|


    
        जलवायु के वर्गीकरण की बात करें तो हम इसे मुख्य तौर पर दो अधरों पर देखते हैं | कोपेन व  थार्नवेट दोनों ही ने अपने अपने तरीके से राजस्थान का वर्गीकरण किया है | 

यह भी देखें : राजस्थान की स्थिति एवं विस्तारविश्व में जलवायु स्थितिराजस्थान में ऋतुएं


कोपेन के अनुसार वर्गीकरण (Classification Based on Kopen)

            कोपेन जर्मनी के विद्वान् थे इनके द्वारा अपना वर्गीकरण 1900 में प्रस्तुत किया गया | इनके वर्गीकरण का आधार वनस्पति, औसत तापमान, औसत वर्षा एवं ऋतुओं में होने वाला परिवर्तन | इन्होने वनस्पति को आधार मानकर जलवायु प्रदेशों को निर्धारित किया है जिन्हें अंग्रेजी वर्णमाला की A, B, C, D, E से प्रदर्शित किया |


कोपेन के अनुसार राजस्थान में चार प्रकार की जलवायु पायी जाती है :



(1) Aw (उष्ण कटिबंध शुष्क शीतकाल) - इसे "सवाना" प्रकार की जलवायु भी कहा जाता है | यह जलवायु प्रदेश राजस्थान में झालावाड़, कोटा, बारां, डूंगरपुर, बाँसवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़ जिले में दिखाई देता है |

(2) BWhw (शुष्क मरुस्थलीय जलवायु प्रदेश) - यह पश्चिमी राजस्थान में जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर एवं हनुमानगढ़ जिले में दिखाई देता है |

(3) BShw (अर्धशुष्क जलवायु प्रदेश) - इसे "स्टेपी" प्रदेश भी कहा जाता है |राजस्थान में सर्वाधिक क्षेत्रफल में मिलता है विशेषकर बाड़मेर, जालौर, सिरोही, जोधपुर, पाली, नागौर, चुरू, सीकर, झुन्जुनु जिले में |

(4) Cwg (समशीतोष्ण शुष्क शीतकाल जलवायु प्रदेश) - इसे "गंगा तुल्य" जलवायु क्षेत्र भी कहते हैं | इसके अंतर्गत अलवर, धौलपुर, भरतपुर, जयपुर, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, अजमेर, भीलवाडा, चित्तोडगढ, कोटा, बारां एवं राजसमन्द जिले को शामिल किया जाता है |






थार्नवेट के अनुसार वर्गीकरण (Classification Based on Tharnvet)

  • इसमें भी वनस्पति, आर्द्रता, तापमान एवं सूर्य की सांद्रता (Concentration) को शामिल किया गया है |
  • इसके अनुसार आर्द्रता एवं तापमान सूचकांक को आधार मानते हे राजस्थान में निम्न जलवायु प्रदेश दिखाई देते हैं 
  • राजस्थान में इनके अनुसार चार जलवायु प्रदेश दिखाई देते हैं: 


(1) EA'd (उष्णकटिबंधीय शुष्क मरुस्थल प्रदेश) - इसमें जैसलमेर, बीकानेर एवं बाड़मेर का पश्चिमी भाग आता है |

(2) DA'w (उष्णकटिबंधीय अर्धशुष्क जलवायु प्रदेश) - यह राजस्थान में सर्वाधिक क्षेत्रफल में मिलता है  विशेषकर बाड़मेर का पूर्वी भाग, जालौर, सिरोही, उदयपुर, राजसमन्द, पाली जोधपुर, नागौर, चुरू, जयपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, भीलवाडा, चित्तौड़गढ़, अजमेर, सीकर एवं झुंझुनू का दक्षिणी भाग |

(3) DB'w (मध्य तापीय अर्धशुष्क जलवायु प्रदेश) - गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू, सीकर, झुंझुनू व बीकानेर का पूर्वी भाग भी शामिल है |

(4) CA'w (उष्णकटिबंधीय उपार्द्र जलवायु प्रदेश) - झालावाड, कोटा, बारां, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ एवं उदयपुर का दक्षिणी भाग आता है |


जलवायु का सामान्य वर्गीकरण (Climate Normal Classification)

यह तापमान एवं वर्षा की मात्रा पर निर्भर है व निम्न रूपों में दिखाई देता है -



(1) शुष्क प्रदेश 
  • 25 सेंटीमीटर से कम वर्षा वाला भाग
  • यहाँ ग्रीष्म ऋतू में तापमान 45 से 49 डिग्री सेल्सियस व शीत ऋतु में 8 से 0 डिग्री सेल्सियस तक रहता है |
  • शामिल क्षेत्र = जैसलमेर, बाड़मेर एवं बीकानेर जिला 
(2) अर्धशुष्क जलवायु प्रदेश
  • 25 से 45 सेंटीमीटर के मध्य वर्षा वाला भाग
  • यहाँ ग्रीष्म ऋतू में तापमान 36 से 42 डिग्री सेल्सियस व शीत ऋतु में 10 से 17 डिग्री सेल्सियस तक रहता है |
(3) आर्द्र जलवायु प्रदेश
  • 50 से 75 सेंटीमीटर वर्षा वाला भाग
  • यहाँ ग्रीष्म ऋतू में तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस व शीत ऋतु में 12 से 18 डिग्री सेल्सियस तक रहता है |
  • शामिल क्षेत्र = अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, राजसमन्द व चित्तौडगढ जिले का उत्तरी भाग |
(4) अति आर्द्र जलवायु प्रदेश
  • 75 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा वाला भाग
  • जैसलमेर, बाड़मेर एवं बीकानेर जिले में 
  • इसमें मानसून, सर्वाधिक सक्रीय होता है | यहाँ ग्रीष्म ऋतू में तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस व शीत ऋतु में 12 से 18 डिग्री सेल्सियस तक रहता है 
  • शामिल क्षेत्र = कोटा, बारां, झालावाड, बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, सिरोही, उदयपुर व चित्तौडगढ़ जिले का दक्षिणी भाग |


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