September 13, 2022

राजस्थान की स्थिति एवं विस्तार

             राजस्थान  के बाकी पहलुओं को देखने के लिए उसके स्थिति और विस्तार की जानकारी होनी अति आवश्यक है | इसलिए सबसे पहले हम जानेंगे की राजस्था की विश्व व भारत के देखते हुए क्या स्थिति दर्शायी जा रही है | ये बातें तो आप सभी जानते हैं की राजस्थान एक शुष्क प्रदेश है क्योंकि यहाँ पर रेगिस्तान का विस्तार बहुतायत मात्रा में है | तो आइये जाने राजस्थान की स्थितियां और इसका विस्तार |


1. क्षेत्रफल (Area)
            राजस्थान की स्थिति जाने उससे पहले राजस्थान के क्षेत्रफल के बारे में थोडा जान लें| क्षेत्रफल से सम्बंधित बिंदु निम्नलिखित हैं: 
  • क्षेत्रफल (किमी) - 342 239 वर्ग किमी
  • क्षेत्रफल (मील) - 132 139 वर्ग मील
  • विश्व के सन्दर्भ में - 0.25%
  • भारत के सन्दर्भ में - 10.41%
  • तुलनात्मक राज्य : मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश एवं गुजरात (इनके अलावा जितने भी राज्य हैं सभी से दुगुने से अधिक है)
  • राजस्थान के मरुस्थल की उत्पति टेथिस सागर के तलछट से हुई है और राजस्थान के कुल क्षेत्रफल का 61.11% भाग मरुस्थल है।


2. अवस्थिति (Location)
            राजस्थान में सबसे पहले सूर्योदय जगमोहन का पुरा(राज्य का सबसे पूर्वी गाँव) जिला धौलपुर में तथा सबसे बाद सूर्योदय कटरा (राज्य का सबसे पश्चिमी गाँव) जिला जैसलमेर में होता है। राजस्थान का सबसे उत्तरी गांव कोणा श्रीगंगानगर तथा बोरकुण्डा बांसवाड़ा सबसे दक्षिणी गाँव है।
भारत के सन्दर्भ में :
            भारत के सन्दर्भ में राजस्थान की स्थिति उत्तर पश्चिमी भाग में है। यह राजस्थान के वायव कोण में अवस्थित है | राजस्थान का आकर विषमकोणीय चतुर्भुज या पतंग के समान है। पहली बार इस आकृति का इस्तेमाल H.T.Handley ने किया था |

विश्व के सन्दर्भ में :
I. महाद्वीप में स्थिति : एशिया महाद्वीप के दक्षिणी एशियाई क्षेत्र में आता है |
II. उत्तरी गोलार्ध में स्थिति : कर्क रेखा के निकट है |
            (A) तापमान की दृष्टि से = उष्ण कटिबंध क्षेत्र (Tropical) - ज्यादा प्रभाव है सूर्य लम्बवत होने के कारण |
                                    = शीतोष्ण (Temperate) - अधिकांश क्षेत्र कर्क रेखा के उत्तर में होने के कारण शामिल है | किनती हिमालय अवरोध होने के कारण यहाँ शीतोष्ण प्रभाव दिखाई नहीं देता है |
            (B) वायुदाब की दृष्टि से  = उपोष्ण उच्च दाब क्षेत्र में आता है जहां वायु का अवतलन होता है (निम्न दाब से उच्च दाब), पवनों का अपसरण होता है (उच्च दाब से निम्न दाब) व शुष्कता की वजह से मरुस्थलीय दशाएं मिलती हैं |

III. पूर्वी गोलार्ध में स्थिति : 
            राजस्थान पूर्वी देशांतर में स्थित होने के कारण GMT रेखा से तिथि एवं समय में आगे है| भारत एवं राजस्थान का मानक देशांतर 82.5° पूर्वी देशांतर है यह GMT रेखा से 5.30 घंटे अधिक है | राजस्थान के लिए उपयुक्त मानक 75° पूर्वी देशांतर है यह झुंझुनू, सीकर, नागौर, अजमेर, भीलवाडा, चित्तौडगढ एवं प्रतापगढ़ से गुजरता है |


3. अक्षांश व देशांतर (Latitude & Longitude)
I. अक्षांशीय विस्तार :
  • राजस्थान उत्तरी गोलार्ध में 23°03'N से लेकर 30°12'N तक विस्तारित है | 
  • बाँसवाड़ा के कुशलगढ़ तहसील के बोरकुण्ड गाँव से लेकर गंगानगर के कोणा गाँव तक विस्तारित है |
  • यह अक्षांशीय विस्तार 7°9' का है जो सतह पर 826 किमी में है | 
  • राजस्थान से 23°30'N अर्थात कर्क रेखा डूंगरपुर व बाँसवाड़ा जिले से गुजरती है  जिसकी  वजह से 22 जून को यहाँ सूर्य बिल्कुल सीधा चमकता है ।
  • राजस्थान में सर्वाधिक अक्षांशीय विस्तार वाला जिला पाली है |


II. देशांतर विस्तार :
  • राजस्थान का देशांतरिय विस्तार 69°30'E अर्थात जैसलमेर के सम क्षेत्र का कटरा गाँव से लेकर 78°17'E अर्थात धौलपुर के राजा खेडा तहसील के सिलाना गाँव तक दिखाई देता है |
  • यह देशांतरिय विस्तार 8°47' का है जो सतह पर 869 किमी है |

4. स्थल सीमा (Boundaries)
            राजस्थान की स्थितियों को दर्शाने हेतु स्थल सीमा को 2 भागों में बांटा गया है एक अंतर्राष्ट्रीय(International) सीमा और दूसरी  अंतर्राज्यीय(Interstate) सीमा | राजस्थान की स्थलीय सीमा 5920 किलोमीटर की है, जिसमे से 1070 किलोमीटर की अंतर्राष्ट्रीय सीमा है जो भारत को पाकिस्तान से अलग करती है।
I. राजस्थान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा
  • राजस्थान पाकिस्तान के साथ सीमा बनाता है।
  • यह  सीमा रेडक्लिफ के नाम से जानी जाती है जो कि 1070 किमी लंबी है।
  • यह भारत में पंजाब और गुजरात की संयुक्त सीमा से भी अधिक है।
  • राजस्थान में यह श्री गंगानगर के हिन्दुमल कोट से लेकर बाड़मेर के शाहगढ़, बाखासर तक विस्तारित है।
  • उत्तर से दक्षिण की और चले तो राजस्थान के चार जिले श्रीगंगानगर(210किमी), बीकानेर(168किमी,न्यूनतम सीमा), जैसलमेर(464किमी,सर्वाधिक सीमा) व बाड़मेर(228किमी) दिखाई देते हैं।
  • पाकिस्तान से सीमा बनाने वाले जिले दो भागों में बनते हुए हैं पंजाब व सिंध क्षेत्र में, जिनमें पंजाब के 3 जिले व सिंध के 6 जिले मिलकर राजस्थान के 4 जिलों से सीमा साझा करते हैं |


  • राजस्थान का जैसलमेर सर्वाधिक व बीकानेर न्यूनतम अंतर्राष्ट्रीय सीमा बनाता है।
  • पाकिस्तान की ओर से देखें तो बहावलनगर सर्वाधिक व अमरकोट जिला न्यूनतम सीमा बनाता है।
  • राजस्थान का श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सबसे निकट स्थित है और बीकानेर जिला मुख्यालय अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सबसे दूर स्थित है ।
  • पाकिस्तान का बहावलपुर जिला मुख्यालय अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सबसे निकट स्थित है और खैरपुर जिला मुख्यालय अंतर्राष्ट्रीय सीमा के सबसे दूर स्थित है ।
  • राजस्थान व पाकिस्तान के जिले निम्न प्रकार से एक दूसरे से संलग्न हैं :
  • राजस्थान का जैसलमेर जिला पाकिस्तान के 6 जिलों से सीमा बनाता है।
II. राजस्थान की अंतर्राज्यीय सीमा :
  • राजस्थान पांच राज्यों के साथ अपनी अंतर्राज्यीय सीमा बनाता है । यह सीमा 4850 किमी लंबी है । राज्यों की सीमा की लंबाई की दृष्टि से आरोही एवं अवरोही क्रम निम्न प्रकार से दिखाई देता है।
    मध्यप्रदेश (1600 कि.मी)
    हरियाणा (1262 कि.मी)
    गुजरात (1022 कि.मी)
    उत्तरप्रदेश (877 कि.मी)
    पंजाब (89 कि.मी)
  • राजस्थान की सबसे न्यूनतम सीमा पंजाब (89) से व सर्वाधिक सीमा मध्यप्रदेश (1600) से है।
  • अन्तर्राज्यीय सीमाओं में राजस्थान का भीलवाड़ा जिला सबसे कम (मात्र 16 किमी) सीमा बनाता है व झालावाड़ सर्वाधिक (520 किमी) बनाता है।
अंतर्राज्यीय सीमा से जुड़े जिलों की सूची-

(A) पंजाब सीमा (2-2 जिले)
  1. श्रीगंगानगर (सर्वाधिक सीमा) की फाजिल्का (सर्वाधिक सीमा) से 
  2. हनुमानगढ़ (न्यूनतम सीमा) की मुक्तसर (न्यूनतम सीमा) से
(B) हरियाणा सीमा (7-7 जिले)
  1. हनुमानगढ़ (सर्वाधिक सीमा) की सिरसा (सर्वाधिक सीमा) से 
  2. चुरू की फतेहाबाद (न्यूनतम सीमा) से
  3. झुंझुनूं की हिसार से
  4. सीकर की भिवानी से 
  5. जयपुर (न्यूनतम सीमा) की महेंद्रगढ़ से
  6. अलवर की रेवाड़ी से
  7. भरतपुर की मेवात से
(C) उत्तर प्रदेश सीमा (2-2 जिले)
  1. भरतपुर (सर्वाधिक सीमा) की मथुरा (न्यूनतम सीमा) से
  2. धौलपुर (न्यूनतम सीमा) की आगरा (सर्वाधिक सीमा) से 
(D) मध्य प्रदेश सीमा (10-10 जिले)
  1. धौलपुर की मुरेना (सर्वाधिक सीमा) से
  2. करौली की श्योपुर से
  3. सवाई माधोपुर की शिवपुरी से
  4. कोटा की गुना से
  5. बारां की राजगढ़ से 
  6. झालावाड (सर्वाधिक सीमा) की अगरमालवा से 
  7. चित्तौडगढ की रतलाम से 
  8. भीलवाड़ा (न्यूनतम सीमा) की मंदसौर से 
  9. प्रतापगढ़ की नीमच से 
  10. बाँसवाड़ा की झाबुआ (न्यूनतम सीमा) से
(E) गुजरात सीमा (6-6 जिले)
  1. बाँसवाड़ा की दाहोद (न्यूनतम सीमा) से'
  2. डूंगरपुर की महिसागर से
  3. उदयपुर (सर्वाधिक सीमा) की अरावली से
  4. सिरोही की साम्भर कांठा से
  5. जालौर की बनास कांठा से
  6. बाड़मेर (न्यूनतम सीमा=14किमी) की कच्छ (सर्वाधिक सीमा) से
(F) अन्य बिंदु:
  • राजस्थान के अंतर्राज्यीय सीमा बनाने वाले जिले =23
  • केवल अंतर्राज्यीय सीमा वाले जिले=21
  • राजस्थान में सीमा बनाने वाले राज्यों के कितने जिले हैं=27

5. राजस्थान के जिलों से संबंधित विभिन्न तथ्य :
  • चार जिले अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित है = श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर।
  • केवल अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाले जिले = 2 (बीकानेर व जैसलमेर)
  • किसी न किसी सीमा को निर्धारित करने वाले जिले = 25(23+2)
  • किसी से भी सीमा नहीं बनाने वाले जिले = 8 (जोधपुर, नागौर, अजमेर, पाली, राजसमंद, दौसा, टोंक, बूंदी ।
  • एक से अधिक राज्यों से सीमा बनाने वाले जिले = 4 (हनुमानगढ़, भरतपुर, धौलपुर, बांसवाडा)
  • जिले जो एक से अधिक राज्यों व आपस मे भी सीमा बनाते हैं = 2(भरतपुर व धौलपुर)
  • राज्य के खंडित /पृथक जिले = 2 ( अजमेर को राजसमंद करता है व चितौड़गढ़ को नीमच(MP) जिला करता है)
  • जिलों से सीमा बनाने वाले जिले :
    पाली से 8 जिले (जोधपुर, नागौर, अजमेर, राजसमन्द, उदयपुर, सिरोही, जालौर, बाड़मेर)
    नागौर से 7 जिले (जोधपुर, बीकानेर, चुरू, सीकर, जयपुर, अजमेर, पाली)
    अजमेर से 6 जिले (नागौर, जयपुर, टोंक, भीलवाडा, राजसमन्द, पाली)



6. जिलों का निर्माण :
            वैसे देखा जाए तो राजस्थान को संवैधानिक दर्जा 26 जनवरी 1950 को दिया गया, किन्तु राज्य का वर्तमान स्वरुप 1 नवंबर 1956 को आया जिसमें 26 जिलों को शामिल किया गया | राजस्थान का 26वां जिला अजमेर 1 नवंबर 1956 को बना |और अभी तक जितने भी जिले एकीकरण के बाद वर्तमान स्वरुप में शामिल हैं उनकी सारणी निचे उल्लेखित है:
Trick: "धुल और रा हानि रें प्रताप की"
  • 26वां - अजमेर - 1 नवंबर 1956 - क्षेत्रफल=8841 वर्ग किमी
  • 27वां - धौलपुर - 15 अप्रैल 1982 - क्षेत्रफल=3034 वर्ग किमी
  • 28वां - बारां - 10 अप्रैल 1991 - क्षेत्रफल=6955 वर्ग किमी
  • 29वां - दौसा - 10 अप्रैल 1991 - क्षेत्रफल=3432 वर्ग किमी
  • 30वां - राजसमन्द - 10 अप्रैल 1991 - क्षेत्रफल=4768 वर्ग किमी
  • 31वां - हनुमानगढ़ - 12 जुलाई 1994 - क्षेत्रफल=12645 वर्ग किमी
  • 32वां - करौली - 19 जुलाई 1997 - क्षेत्रफल=5530 वर्ग किमी
  • 33वां - प्रतापगढ़ - 26 जनवरी 2008 - क्षेत्रफल=4117 वर्ग किमी



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